सिटी पोस्ट लाइव : देश भर में लाउडस्पीकर से अजान दिए जाने पर रोक लगाए जाने की मांग को लेकर सियासत (Azan Politics) जारी है. बीजेपी सहित कई दलों के नेताओं ने लाउडस्पीकर पर अजान पर रोक लगाने की मांग की है.उनकी दलील है कि इससे लोगों को परेशानी होती है. इस बीच बिहार में कांग्रेस के विधायक शकील अहमद खान ने एक नई मांग कर बहस छेड़ दी है.कांग्रेस विधायक डॉ शकील अहमद खान ने अजान और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए ध्वनि कानून बनाए जाने की मांग करते हुए कहा कि लाउडस्पीकर सिर्फ आजान के वक़्त ही क्यू बंद हो. अगर लाउडस्पीकर बंद हो तो सभी धर्म के धार्मिक कार्यो से लेकर लेकर शादी विवाह के समय भी बंद हो. ध्वनि प्रदूषण को लेकर एक कानून बने जो सभी जाति धर्म मजहब पर लागू हो .
लाउडस्पीकर पर अजान पर रोक लगाने की मांग बीजेपी के द्वारा लगातार जारी है. बीजेपी के विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि ध्वनि कानून बनाने की बात उनके समझ से परे है. अजान पर रोक लगनी चाहिए. बीजेपी विधायक ने कहा कि ब्रह्म मुहूर्त में लाउडस्पीकर पर जो अजान दिया जाता है उसे लोगों की नींद में खलल होती है. इससे मानसिक विकृतियां पैदा होती हैं. अजान में दंभ और वर्चस्व की बात होती है जबकि यदि कहीं भजन होता है तो उसमें विश्व कल्याण और मानवता के कल्याण की बात होती है.
बचौल ने कहा कि भजन कीर्तन में कहीं भी दंभ और वर्चस्व की बात नहीं होती है, इसलिए लाउडस्पीकर पर अजान पर रोक लगना चाहिए. कई मुस्लिम देशों में भी लाउडस्पीकर पर अजान पर प्रतिबंध है , इस लिए बिहार में भी लाउडस्पीकर पर अजान पर रोक लगे. लाउडस्पीकर पर होने वाले अजान पर रोक लगाने और ध्वनि कानून बनाने के सवाल पर जदयू ने कहा कि भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की आजादी है. भारतीय संविधान का हवाला देते हुए जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि परंपराओं को अक्षुण्ण रखने की आजादी है. ऐसे दौर में कुछ एक ऐसे सवाल जो राजनीति प्रदूषण फैलाते हैं सबके लिए मान्यताएं बराबर होनी चाहिए.
नीरज ने कहा कि अलग-अलग धर्म के लोग हो या अलग-अलग समुदाय के लोग हैं पूजा पाठ हो या अजान का मामला हो. प्रदूषण एक ऐसी समस्या है जो ध्वनि प्रदूषण से ज्यादा नई पीढ़ी के दिलो-दिमाग में कानून की निहित धाराएं जाना चाहिए ना कि ऐसे सवाल जो जज्बात को पैदा करें. अजान पर सियासत के बीच कांग्रेस विधायक शकील खान के द्वारा ध्वनि कानून बनाए जाने की मांग का विरोध करते हुए राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अजान और हनुमान चालीसा के लिए किसी कानून की जरूरत नहीं .धार्मिक भावनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए का सम्मान करना चाहिए संविधान में जो कानून बनाया गया है उसी के अंतर्गत सभी धर्मों का सम्मान होना चाहिए.