सिटी पोस्ट लाइव : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जदयू के नेताओं के बीच चल रहे आरोप – प्रत्यारोप के बीच पुरानी सहयोगी रही विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) की भी ‘इंट्री’ हो गई है। वीआईपी के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने शनिवार को कहा कि चिकित्सक की डिग्री राजनीति की निपुणता का प्रमाण नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि कोई भी राजनीतिक दल या नेता अपनी मेहनत और जनता की स्वीकार्यता के बाद ही आगे बढ़ता है। लोकतंत्र में मर्यादा की बात करने वाली भाजपा को पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए।
उन्होंने याद कराते हुए कहा कि वीआईपी भी विधानसभा चुनाव एनडीए गठबंधन में लड़ा था, लेकिन बाद में हमारे ही विधायकों को अपने में मिला लिया गया। आज महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल पुथल के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि गैर भाजपा की सरकार भाजपा के लिये किरकिरी बनी रहती है।
उन्होंने कहा कि आज नीतीश सरकार पर उंगली उठाने वाले नेता को समझना चाहिए कि आज जो वे और उनकी पार्टी सत्ता में बने हुए हैं, तो उसका कारण नीतीश कुमार की जनता में स्वीकार्यता ही है। उनके नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लडा गया था। श्री सहनी ने भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि लोकतंत्र में जनता मालिक है और वही हिसाब भी लेती है , इसलिए वह चुनाव में किए वादे को पूरा करे।