सिटी पोस्ट लाइव, लखनऊ: महोबा गोलीकांड में मारे गए व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी के परिजनों से मिलने जा रहे प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और पार्टी की विधायक दल नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ को सोमवार को कानपुर के घाटमपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद देर शाम उन्हें रिहा किया गया। इस पर नाराजगी जताते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह जंगलराज की पराकाष्ठा ही है कि पुलिस द्वारा फिरौती के लिए महोबा के व्यापारी को गोली मार के हत्या की जाती है और फिर मृतक के परिजनों से मिलने भी नहीं दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यह पहला अवसर है जब जिले के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक अपराध की नर्सरी खुद सरकारी दफ्तर से संगठित रूप से चला रहे हैं। उत्तर प्रदेश में अपराध को संस्थागत संरक्षण मिला हुआ है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि प्रदेश की सड़कों पर संविधान की मूल आत्मा को रक्त-रंजित किया जा रहा है। कानून का राज की जगह पुलिसतंत्र का राज है। मुख्यमंत्री योगी द्वेषपूर्ण तरीके राजनीतिक प्रक्रियाओं को बाधित कर रहे हैं। आम जनता को छोड़िये सियासी पार्टी के नेताओं तक के अधिकारों पर सरकार रोक लगा रही है। पुलिस की लाठियों और बूटों तले लोकतंत्र कराह रहा है। महिला हिंसा और सामूहिक दुष्कर्म के मामले प्रदेश में रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। उपाध्यक्ष सोहेल अख्तर अंसारी ने प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को हिरासत में लिए जाने पर योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव के वक्त कानून का राज का नारा लगाने वालों के राज में आज कानून व्यवस्था ही वेंटिलेटर पर पहुंच चुकी है। पूरे प्रदेश में अपराध को कोरोना बेकाबू हो गए हैं। योगीराज में न तो लोगों को उचित स्वास्थ्य सेवाएं ही मिल रही है और न ही भय मुक्त शासन। भाजपा की योगी सरकार जुमलेबाजों की सरकार है।
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