बिहार वापस लौटे हर प्रवासी मजदूर तक हम राशन पहुंचाएंगे : पप्पू यादव

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : “जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोटा से छात्रों और दूसरे राज्यों से मजदूरों को वापस लाने से मना कर दिया हमने बसों और ट्रेनों का इंतजाम किया और छात्रों और मजदूरों को वापस बिहार लाए। हमने दिल्ली से बिहार के अलग-अलग जिलों के लिए 362 बसें चलाईं। ” उक्त बातें जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। आगे उन्होंने कहा कि, “हमने कोटा से सात ट्रेनें चलवाईं और दिल्ली के 60 हजार मजदूरों को टिकट के लिए पैसे दिए। 7 लाख 62 हजार लोगों तक राशन पहुंचाया और दस हजार से अधिक लोगों को सीधे उनके बैंक अकाउंट में दो-दो हजार रुपए दिए।”

पप्पू यादव ने कहा कि, “बिहार वापस लौटे सभी प्रवासी मजदूरों तक हम पहुंचेगे। हमारी पार्टी हर प्रवासी मजदूर को पांच किलोग्राम चावल, एक लीटर तेल, एक किलोग्राम दाल, मसाला और दो साबुन देंगे।” किसानों और मजदूरों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि, “मनरेगा के तहत मजदूरों को 300 दिनों का कार्य और तीन महीने का वेतन सरकार एडवांस में दें । किसानों की खरीफ फसलें बर्बाद हो गई हैं। सरकार हर किसान को 12-12 हजार रुपए सीधे उनके खाते में पैसे भेजें।”

क्वारंटाइन सेंटर्स पर राज्य सरकार द्वारा किए गए खर्चों पर बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि, “क्वारंटाइन सेंटर्स में प्रवासी लोगों को स्टील की थाली, ग्लास, चम्मच और अन्य बर्तन और कपड़ों जैसे धोती, लुंगी, साड़ी, फ्रॉक के लिए सरकार 88 करोड़ रुपए खर्च करने का दावा कर रही है । इसमें से 80 फीसदी रुपए नेताओं और पदाधिकारियों ने गबन कर लिया। लॉकडाउन के दौरान बिहार सरकार ने जितना खर्च किया, उसकी सी.बी.आई जांच होनी चाहिए।

7 जून को भाजपा की प्रस्तावित डिजिटल रैली के बारे में जाप अध्यक्ष ने कहा कि, “भाजपा गरीबों के लाश पर ताज पहनने की राजनीति कर रही है। देशभर में गरीब लोग भूख से परेशान हैं और भाजपा को चुनाव की चिंता है। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 82 मौतें हुई हैं। इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए और रेल मंत्री पीयूष गोयल पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।”* इस दौरान प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, मंजय लाल राय अवधेश लालू एवं हरेराम महतो उपस्थित थे*।

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