सिटी पोस्ट लाइव : बिहार सरकार के खनन मंत्री डा. रामानंद यादव (Minister Ramanand Yadav) ने बीजेपी के राज्यसभा सदस्य व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Rajya Sabha Member Sushi Kumar Modi) के खिलाफ मानहानि का मुक़दमा दर्ज करवा दिया है.पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में परिवाद पत्र दाखिल किया है. इस मामले में अगली सुनवाई 23 सितंबर को होगी.आईपीसी की धारा 153 ए, 499 व 500 के अंतर्गत परिवाद पत्र दाखिल किया गया है. रामानंद यादव ने अपने परिवाद पत्र में सुशील कुमार मोदी पर आरोप लगाया है कि जब कैबिनेट का विस्तार हुआ तो सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इसमें आपराधिक छवि के लोगों की भरमार है.
मोदी ने कहा था कि परिषद में राजद की ओर से ललित यादव, रामानंद यादव, सुरेंद्र यादव और कार्तिक कुमार ऐसा नाम है जो आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं. ललित यादव वह व्यक्ति हैं जिन्होंने दीनानाथ बैठा जो एक दलित ड्राइवर था उसका नाखून उखाड़ लिया था. इस घटना पर लालू यादव ने इन्हें अपने मंत्रिमंडल से निकाल दिया था. सुशील कुमार मोदी के इस वक्तव्य को परिवादी रामानंद यादव ने मानहानिकारक वक्तव्य मानते हुए परिवाद पत्र दाखिल किया है.
गौरतलब है कि इससे पहले सुशील मोदी ने रामानंद यादव के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था. पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की कोर्ट में उन्होंने खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री को आरोपित किया था. सुशील मोदी ने कहा कि रामानंद यादव ने उनपर उपमुख्यमंत्री रहने के दौरान अवैध तरीके से क्रिश्चियन सोसाइटी की जमीन पर मॉल का निर्माण कराने और सब्जीबाग में खेतान मार्केट का निर्माण भी अवैध तरीके से कराने का आरोप लगाया था. इससे पहले उन्होंने राजद के राज्यसभा सदस्य मनोज झा और प्रवक्ता चितरंजन गंगन पर भी मानहानि की शिकायत दर्ज कराई थी. कोर्ट ने इस मामले में दोनों नेताओं को हाजिर होने का आदेश दिया था.