सिटी पोस्ट लाइवः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार की सियासत का पारा दिनोदिन चढ़ते जा रहा है। अब आरजेडी ने दलितों के अत्याचार को मुद्दा बनाया है। आरजेडी दलित नेताओं ने आज सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला।उदय नारायण चौधरी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में दलित पिछड़ों पर सबसे ज्यादा अत्याचार हुआ है. दलित और आदिवासी छात्रों की छात्रवृत्ति बंद कर दिया गया. इस समाज के सरकारी नौकरियों में बैकलॉग के पद को नहीं भरा गया. बिहार में ट्रैप केस में दलित और आदिवासी को पकड़ा गया है.
रमई राम ने भी नीतीश पर हमला बोला और कहा कि नीतीश सरकार ने दलितों में बंटवारा किया. दलित और महादलित के रूप में जो किसी सरकार ने नहीं किया. नीतीश सरकार में दलितों को जमीन नहीं दी जा है.श्याम रजक ने कहा कि दलितों पर अत्याचार का आंकड़ा बढ़ गया है. 2005 में 7 प्रतिशत था अब वह बढ़कर 17 प्रतिशत हो गया है.
बिहार दलितों के अत्याचार पर तीसरे स्थान पर है. जो मैं आंकड़ा दे रहा हूं वह भारत सरकार का है. आरक्षण में प्रोन्नति का मामला 11 साल से लंबित है. नई शिक्षा नीति के तहत दलित और वंचित शिक्षक नहीं बन पाएंगे. क्योंकि निजी हाथों में शिक्षण संस्थान जा रहे हैं. कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर काम लेने का काम कर रही है. सरकार आरक्षित पदों को भी कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर काम लेकर भरने का काम कर रही है. बिहार के किसी भी चयन आयोग में अनुसूचित जाति जनजाति के लोग नहीं है.