सिटी पोस्ट लाइव : मुज़फ्फरपुर जिला की नदियों में बाढ़ का कहर जारी है तो अब भी नदियों के जलस्तर में लगातार पानी बढ़ने से समस्या जस की तसबनी हुई है. अब बागमती गंडक बूढ़ी गण्डक लखनदेई मनुस्मारा के बाद पश्चिम के क्षेत्र में अब वाया नदी अपना रौद्र रूप दिखा रही है. जहां दर्जनों की संख्या में अब गांव तो जलमग्न हो ही रहे हैं वहीं अब वाया नदी के कारण हज़ारों हज़ार एकड़ में लगी हुई फसलें भी बर्बाद होने के कगार पर है. जिला में जहां पर बागमती नदी के साथ बूढ़ी गंडक और गंडक नदी कहर बरपा रही है तो वही पर अब जिला के पश्चिमी क्षेत्र में वाया नदी में बाढ़ के कारण स्थिति चिंताजनक बन गई है.
आलम यह है कि अब ये नदी न सिर्फ किसानों के रोजी-रोजगार पर आफत लेकर आई, बल्कि किसानों के द्वारा फसलों को भी बेहद करा दिया है। जिला के सरैया पारू और साहेबगंज प्रखंड के कई गांव जिसमे आनंदपुर खरौनी पारू गांव गरबा खेतल बड़ा दाऊद सोनाहे संग्रामपुर सहित कई गांव में इस नदी ने बाढ़ का खतरनाक रूप ने लिया है तो अब आम लोग के साथ साथ किसानों पर आफत बन गई है।
किसान बात को बताते हुए कह रहे हैं कि इस समय की वाया नदी की बाढ़ न सिर्फ लंबे अरसे के बाद आई है बल्कि आयी भी तो इतनी ज्यादा की तबाही लाई है. जिसने किसानों के धान के फसलों को तबाह कर दिया है। बता दें कि कोरोना के कारण जहां गेंहू और दलहन के फसल को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ था अब बाढ़ के कहर ने इसको अपने आगोश में ले लिया वही अब तक कोई भी सरकार के मदद को लेकर किसानों ने अपनी दर्द को बयां किया है और कहा कि अब तक कोई भी न देखने आया है ना ही किसी भी तरह का दिलाशा देने के लिए।