सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना संक्रमण के कारण लोगों की जान तो जा ही रही है, साथ ही अब एक एक घटना ने लोगों को सोंचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या कोरोना संक्रमण होने पर कोई इतना बेचैन और डर जाए की आत्महत्या कर ले. दरअसल एक ऐसा मामला सामने आया है. राजधानी पटना में कोरोना के बढ़ते संक्रमण से भयावह होती स्थिति के बीच कोरोना पीड़ित मरीजों द्वारा खुदकुशी किए जाने की घटना देखने को मिली है. जानकारी अनुसार पटना सिटी के मालसलामी थाना क्षेत्र के तथागत नगर में कोरोना पॉजिटिव एक युवक ने गले में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.
बताया जाता है कि मालसलामी थाना क्षेत्र के तथागत नगर निवासी रवि कुमार की तबीयत खराब होने पर बीते 16 जुलाई को अपनी कोरोना जांच कराई थी, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी. रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने पर रवि कुमार खुद को अपने घर में ही आइसोलेट कर कोरोना का इलाज करवा रहा था. नौ दिन बीत जाने के बाद भी तबीयत में सुधार नहीं होने पर हताशा में आकर उसने गले में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.
परिजनों का आरोप है कि लचर स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण रवि ने ऐसा कदम उठाया है. उन्होंने बताया कि जब युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया तो परिजनों ने रवि के इलाज को लेकर कई निजी अस्पतालों के चक्कर लगाए, पर किसी भी निजी नर्सिंग होम ने उसे भर्ती नहीं लिया. हार थक कर रवि को घर में ही आइसोलेट किया गया. यही नहीं रवि के आत्महत्या के बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन को सुचना देने के बाद भी
8 घंटे बीत जाने के बाद भी मेडिकल टीम द्वारा शव को अब तक नहीं उठाए जाने के संबंध में पूछे जाने पर प्रशासनिक पदाधिकारियों ने मेडिकल प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए हर हाल में शव को उठा लिए जाने का भरोसा दिलाया है.