सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन के लिए पुरे बिहार में हाहाकार मचा हुआ था.लोग ऑक्सीजन की कमी की वजह से जान गवां रहे थे.अब जब कोरोना का संक्रमण कण्ट्रोल में आया है, अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर गायब कर दिए जाने का मामला गया जिले में सामने आया है. प्रमंडल के सबसे कोविड अस्पताल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल से 114 छोटे-बड़े ऑक्सीजन सिलिंडर गायब हो गए हैं. अस्पताल प्रशासन ने ऑक्सीजन सिलिंडर की देख-रेख का जिम्मा रखने वाले स्टोर कीपर को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. इस बीच मामले की जांच के भी आदेश दे दिए गए हैं.
कोरोना की दूसरी लहर जब पीक पर थी, तब कोविड अस्पताल में हर दिन 600 से अधिक ऑक्सीजन सिलिंडर की जरूरत पड़ती थी. इसके लिए अस्पताल के सभी वार्डों से ऑक्सीजन सिलिंडर को कोविड वार्ड के लिए दिया गया था. इन ऑक्सीजन सिलिंडरों की संख्या 705 थी. इन 705 ऑक्सीजन सिलिंडर में से 114 सिलेंडर गायब हो गए हैं. हलांकि ये सिलिंडर गायब हुए हैं या फिर चोरी कर ली गई है, ये अब जांच की जा रही है. हालांकि प्रथम दृष्टया इसे चोरी का ही मामला माना जा रहा है.
गौरतलब है कि इस अस्पताल में अब भी कई ऐसे वार्ड हैं, जो बंद हैं, उन्हें खुलवा कर देखने के बाद सच्चाई सामने आयेगी. जब कोरोना चरम पर था और रोजाना कोरोना के दसियों मरीज अस्पताल में भर्ती होते थे तो ऐसे में बेड की कमी होने के कारण कई लोगों को जमीन पर भी इलाज किया जाता था. ऐसे में बिना रजिस्टर मेंटेन किए बगैर ही लोगों की जान बचाना ही पहली प्राथमिकता होती थी.ऐसे हालात में कई बार बिना रजिस्टर मेंटेन किए हुए ही लोगों को सिलिंडर मुहैया करवा दिए जाते थे. ऐसे में कई लोग मरीज के साथ भी ऑक्सीजन सिलिंडर भी साथ लेते चले गए होंगे. कई मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में जब रेफर किया गया था तो वे एम्बुलेंस में सिलिंडर लेते चले गए हों.
अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. हरिश्चंद्र हरि ने बताया कि ऑक्सीजन सिलिंडरों की चोरी नहीं हुई है बल्कि मिल नहीं रहे हैं. इसकी जांच चल रही है. अगर सभी ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं मिले तो जुर्माना वसूलने की कार्रवाई की जाएगी.वहीं, इस मामले में स्टोर कीपर सुरजीत कुमार का कहना है कि जब मरीजों का आने का सिलसिला कम हुआ तो मैंने ऑक्सीजन सिलिंडर की जानकारी ली. जिसमें ऑक्सीजन सिलिंडर कम प्रतीत हुआ तो इसकी जानकारी मैंने अस्पताल अधीक्षक को दी. उन्होंने भौतिक सत्यापन का आदेश दिया है. भौतिक सत्यापन में 112 ऑक्सीजन सिलिंडर गायब पाए गए हैं. वही,अस्पताल अधीक्षक ने इतनी संख्या में ऑक्सीजन सिलिंडर गायब होने का जिम्मेदार मुझे ठहराया है. मेरे पास इसको लेकर एक पत्र भी आया है.
सुरजीतको दो दिन का समय दिया गया है कि सभी वार्डों के ऑक्सीजन सिलिंडरों की गिनती कर फाइनल सूची देने के लिए.उसका कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर जब पीक पर थी उसी वक्त सिलिंडर गायब हुए हैं. हालांकि अस्पताल में अभी भी कई वार्ड बंद है. जब वार्ड को खोले जाएंगे तो गायब सिलिंडर मिल सकते हैं.