सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में लोक सभा और विधान सभा चुनाव में मात खाने के बाद कांग्रेस पार्टी में परिवर्तन की लहर चल रही है.पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पड़ से लेकर संगठन के स्तर पर बड़े पैमाने पर फेरबदल की तैयारी जारी है.बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में अचानक सबसे आगे मीरा कुमार हो गई हैं. सूत्रों का कहना है कि मीरा कुमार को बिहार कांग्रेस की कमान सौंपी जा सकती है. उनके पास संगठन और सरकार चलाने का एक लंबा अनुभव है. मीरा कुमार लोकसभा अध्यक्ष रह चुकी हैं. वो बिहार के सासाराम से कई बार सांसद भी चुनी जा चुकी हैं.गौरतलब है कि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का कार्यकाल 18 सितंबर को खत्म हो रहा है.
सबसे खास बात ये है कि प्रशासनिक अधिकारी का अनुभव रखने वाली और कई बड़े राजनीतिक पदों पर आसीन हो चुकी मीरा कुमार दलित वर्ग से आती हैं. इस बार कांग्रेस आलाकमान ने दलित समाज की नेत्री मीरा कुमार के हाथ में पार्टी की कमान देने पर विचार कर रहा है.पहले कांग्रेस विधायक राजेश राम का नाम भी चल रहा था लेकिन मीरा कुमार के सामने उनका कद बहुत छोटा पड़ गया है. सूत्रों के अनुसार मीरा कुमार पर आलाकमान मन बना रहा है.
गौरतलब है किया बिहार कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए सिर्फ राजेश राम का नाम सौंपा गया था।.इसको लेकर कांग्रेस आलाकमान ने एतराज जताते हुए और नामों पर विचार करने को कहा है. गौरतलब है कि कांग्रेस में एक पद के लिए दो-तीन नामों पर विचार करने के बाद इनमें से किसी एक पर सहमति बनाने की परंपरा रही है. यहीं वजह है कि मीरा कुमार अचानक प्रदेश अध्यक्ष पड़ की रेस में शामिल हो गई हैं. इस बार दलित कार्ड के लिहाज से कांग्रेस को मीरा कुमार से बड़ा नाम नहीं दिख रहा है.
कांग्रेस पार्टी ने नई कमेटी बनाने की जिम्मेदारी प्रभारी भक्त चरण दास को सौंपी थी. भक्त चरण दास ने बिहार और कांग्रेस की पूरी समीक्षा के बाद जुलाई में ही नए अध्यक्ष और कार्यकारी समिति के नाम की सूची तैयार कर इसे सौंप दी थी, लेकिन आलाकमान इस सूची से खुश नहीं हैं. कांग्रेस आलाकमान ने इस सूची को दोबारा से बनाने का निर्देश बिहार प्रभारी को दिया है.सूत्रों के अनुसार इसबार मीरा कुमार का नाम भी इसमे शामिल होगा.जाहिर है उनके नाम पर ही सहमति बनेगी.