सिटी पोस्ट लाइव : पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लों के द्वारा पीएफआई के टेरर मॉड्यूल का खुलासा किए जाने के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने आज शनिवार को कहा कि बीजेपी ने जिस तरह से उनको निशाना बनाया है, उससे संदेह और गहरा जाता है.कांग्रेस ने बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के बीच ‘गहरा संबंध’ होने का आरोप लगाया है/.गौरतलब है कि पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मानवजीत सिंह ढिल्लों के द्वारा पीएफआई के टेरर मॉड्यूल (PFI Terror Module) का खुलासा किए जाने के बाद बीजेपी ने जिस तरह से उनको निशाना बनाया है, उसको लेकर राजनीति तेज हो गई है.
गौरतलब है कि गुरुवार को पटना के एसएसपी एम.एस ढिल्लों ने पीएफआई के गिरफ्तार सदस्यों की गिरफ्तारी के संबंध में किए गए अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वो (पीएफआई के सदस्य) लोग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ‘शाखा’ की तर्ज पर शारीरिक प्रशिक्षण शिविर लगाते थे. इसको लेकर बीजेपी ने उनकी काफी आलोचना की थी.असित नाथ तिवारी ने दावा किया कि जब पुलवामा आतंकवादी हमले में सुरक्षाकर्मियों की जान जाने की जांच की मांग की गई, तब बीजेपी घबरा गई थी. उन्होंने कहा कि बिहार की सत्ता में साझेदार बीजेपी के सांसदों और विधायकों का ढिल्लों के खिलाफ आक्रामक रवैया पीएफआई के ‘पटना मॉड्यूल’ की जांच को नुकसान पहुंचाएगी.
कांग्रेस के प्रवक्ता ने सवाल किया कि बीजेपी को बताना चाहिए कि क्यों जब कोई व्यक्ति आतंकवादी नेटवर्क की तह में जाने की कोशिश करता है, तो वो सक्रिय हो जाती है. ऐसा लगता है कि बीजेपी-आरएसएस का पीएफआई और अन्य आतंकी संगठनों के साथ संबंध है. वो इसे सांप्रदायिक बयानों की आड़ में ढंकने की कोशिश करती है. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि पीएफआई के साथ उनके प्रशिक्षण की समानता महज ‘संयोग’ है या ‘प्रयोग’ है.