सिटी पोस्ट लाइव :बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी लोक सभा चुनाव में मोदी को चुनौती दे सकते हैं.जबसे नीतीश कुमार ने बीजेपी को छोड़कर तेजस्वी यादव के साथ सरकार बनाई है, उनके राष्ट्रिय राजनीति में आने को लेकर अटकलों का बाज़ार गर्म है.जेडीयू के दफ्तर में लगे इस बात की गवाही भी दे रहे हैं.आज जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पटना में चल रही है. देशभर के नेता इसके लिए पटना पहुंचे हैं और आगामी 4 सितंबर को इस तीन दिवसीय बैठक के समापन के दिन पार्टी की ओर से सीएम नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने की खबरें भी चर्चा में हैं.
सीएम नीतीश जब इस बैठक का जायजा लेने पहुंचे तो वहां कार्यकर्ताओं ने ‘देश का पीएम कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो’ के नारे भी लगाए. नीतीश कुमार को पीएम प्रोजेक्ट करने की ओर संकेत करते हुए कई पोस्टर जदयू कार्यालय में लगाए गए हैं. इसमें साफ तौर पर लिखा है ‘प्रदेश में दिखा, देश में दिखेगा’, यानी साफ है कि नीतीश कुमार अब देश की राजनीति के लिए कूच करने वाले हैं, मगर कांग्रेस को इस पूरी कवायद में भारतीय जनता पार्टी की साजिश नजर आ रही है.
लेकिन नीतीश कुमार की दावेदारी कांग्रेस को नहीं भा रही है. जदयू कार्यालय में लगाए गए पोस्टर पर कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि मैंने ऐसा कोई पोस्टर नहीं देखा जिसे जदयू ने जारी किया हो. जदयू कार्यालय में लगे पोस्टर पर किसी निवेदक का नाम नहीं है, हो सकता है सत्ता से अलग होने के बाद यह बीजेपी की ही यह कारिस्तानी हो क्योंकि बीजेपी कुछ भी कर सकती है. प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि हो सकता है रात में जाकर बीजेपी वालों ने पोस्टर टांग दिया हो, भ्रम पैदा करने के लिए बीजेपी के नेता कुछ भी कर सकते हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि हर पार्टी के लोग चाहते हैं उनके नेता आगे बढ़ें. इसी तरह कांग्रेस भी चाहती है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनें. नीतीश कुमार ने कभी नहीं कहा कि वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं. 2024 में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा इस पर अभी निर्णय नहीं हुआ है. ऐसे में इस तरह की बातें लोगों को दिग्भ्रमित करती हैं.जाहिर है नीतीश कुमार की पीएम पद की दावेदारी से कांग्रेस पार्टी असहज मह्सुश कर रही है.नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट किए जा सकते हैं. इस बात के संकेत पटना स्थित जदयू के दफ्तर में लगाए गए पोस्टर से मिल रहे हैं. इनमें साफ तौर पर संदेश लिखा गया है कि ‘प्रदेश में दिखा; देश में दिखेगा’. इसके साथ ही जदयू दफ्तर में लगे लगाए गए पोस्टरों में विभिन्न प्रकार के अन्य स्लोगन लिखे गए हैं.
जदयू कार्यालय में लगाए गए पोस्टर में एक स्लोगन यह भी है कि ‘आगाज हुआ: बदलाव होगा’. इसके साथ ही एक अन्य स्लोगन है ‘आश्वासन नहीं, सुशासन’. वहीं एक ऐसा भी स्लोगन लगाया गया है जिसे सीधे तौर पर केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना माना जा रहा है. इसमें लिखा गया है ‘जुमला नहीं, हकीकत’. वहीं एक और स्लोगन है जिसमें लिखा गया है कि ‘मन की नहीं, काम की.’ बता दें कि जीतनराम मांझी ने भी नीतीश कुमार को पीएम उम्मीदवार बनाए जाने के समर्थन में ट्वीट किया था.