सिटी पोस्ट लाइव :झारखंड में रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव की घोषणा के साथ ही क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. 27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. उपचुनाव ममता देवी की विधानसभा सदस्यता रद्द होने के कारण यहां उपचुनाव हो रहा है. वर्ष 2019 के चुनाव में कांग्रेस सिंबल पर ममता देवी ने रामगढ़ में जीत हासिल की थी. जनआंदोलन से जुड़े एक मामले में निचली अदालत ने उन्हें दोषी करार देते हुए पांच साल की सजा सुनाई थी. जिसके कारण उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द होने से उपचुनाव हो रहा है.
इस बार उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से ममता देवी के पति बजरंग महतो को उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है. जबकि 2019 के चुनाव में दूसरे स्थान पर रही आजसू पार्टी की सुनीता चौधरी फिर से चुनाव मैदान में उतरने के लिए तैयार है.रामगढ़ उपचुनाव कांग्रेस के लिए कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और अन्य पदाधिकारी आज रामगढ़ में चुनावी तैयारियों को लेकर बैठक कर रहे है. प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कुछ दिन पहले जेल में बंद पूर्व विधायक ममता देवी से भी मुलाकात की है.ये तय माना जा रहा है कि कांग्रेस की ओर से ममता देवी के पति बजरंग महतो को ही उम्मीदवार बनाया जाएगा.
ममता देवी के देवर अमित महतो की ओर से भी अपनी दावेदारी पेश कर दी है. इससे पहले बजरंग महतो ने सीएम हेमंत सोरेन से भी मुलाकात कर सहयोग मांगा. अभी सीएम हेमंत सोरेन की सरकार कांग्रेस के सहयोग से चल रही है, जिसके कारण यह तय माना जा रहा है कि उपचुनाव में जेएमएम का समर्थन कांग्रेस प्रत्याशी को मिलेगा. उपचुनाव में जेएमएम की ओर से उम्मीदवार खड़ा किए जाने की संभावना है. सरकार में सहयोगी दल आरजेडी का भी समर्थन कांग्रेस प्रत्याशी को मिलना लगभग तय माना जा रहा है.
राज्य में 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद से अब तक चार उपचुनाव हो चुके है. रामगढ़ का उपचुनाव पांचवां है. इन सभी चुनाव में अब तक जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन को ही जीत मिली है. विपक्षी बीजेपी और आजसू पार्टी का उपचुनाव में खाता नहीं खुला है. रामगढ़ उपचुनाव में ये उम्मीद की जा रही है कि बीजेपी की ओर से आजसू पार्टी को समर्थन दिया जाएगा. यही कारण है कि चुनाव की घोषणा के बावजूद बीजेपी के किसी भी संभावित प्रत्याशी की ओर से सक्रियता नहीं दिख रही है.पिछले चुनाव में दूसरे स्थान पर रहने वाली आजसू पार्टी की सुनीता चौधरी की ओर से चुनाव प्रचार अभियान शुरू कर दिया गया है.