सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बिहार रेजीमेंट के 20 शहीदों का मामला उठाय़ा है। बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने केन्द्र सरकार को इस मसले पर घेरते हुए कहा कि उनकी शहादत को सरकार को नहीं भूलना चाहिए। सरकार चीन को मुंहतोड़ जवाब देने की बजाए शांति का राग अलाप रही है।
राज्यसभा में आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के चाइना बॉर्डर पर दिए गये बयान के बाद बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने संसद में कहा है कि वह देश की सेना के साथ पूरी तरह से खड़ी है। हमने सरकार को आश्वासन दिया है कि चीन के साथ वह जैसे भी लड़ना चाहे, कांग्रेस पूरी तरह से उनके साथ हैं। लेकिन मुझे बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है आज रक्षा मंत्री ने जो बयान दिया उसमें जो ताकत, जो लफ्ज़ होना चाहिए वो नहीं था।
बिहार कांग्रेस प्रभारी ने अपने बयान में कहा कि राजनाथ सिंह ने अपने बयान में यह स्वीकार किया कि 15 जून 2020 को बिहार रेजीमेंट के संतोष बाबू सहित हमारे 20 जवानों को चीन की फौज ने शहीद किया। उन्होंने यह भी माना है कि 1993 और 1995 में जो समझौता हुआ था उसका पूरी तरह से चीन ने उल्लंघन किया है, मुझे बड़ा दर्द हुआ। मैं कहना चाहता हूं कि हमारे बिहार रेजीमेंट के 20 जवान शहीद हुए उस बात को स्वीकार करने के बाद यह सरकार कह रही है कि हम युद्ध नहीं, शांति चाहते हैं।
शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि हमारी मांग है इस पर ठोस काम होना चाहिए। सरकार फौज के साथ खड़ी हो और जहां कार्रवाई करने की जरूरत हो वहां कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।उन्होनें कहा कि चीन के कुछ ऐप बंद कर देने से कुछ नहीं होगा।