सिटी पोस्ट लाइव: बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बन चुकी है और इसके साथ ही चुनाव के दौरान जनता से किये गए वादों को भी पूरा करने की तैयारी हो रही है. नयी सरकार के गठन के साथ ही एनडीए के सभी घटक दलों को मिलाकर एक कॉमन मिनिमम प्रोगाम बनाने की तैयारी शुरू की गई है. इस प्रोग्राम में भाजपा, जदयू, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और वीआईपी के शीर्ष नेतृत्व आपस में बैठकर कॉमन मिनिमम प्रोगाम पर चर्चा करेंगे.
जानकारी के मुताबिक, आने वाले 5 वर्षों में बिहार के विकास से जुड़े उन सभी कार्यों को प्रमुखता दी जाएगी जो एनडीए के घटक दलों ने बिहार की जनता से वादा किया था. इसके तहत सभी चारों घटक दलों के घोषणापत्र को किए गए वादों को शामिल किया जाएगा और विकास कार्य को जोर शोर से शुरू किया जाएगा. कॉमन मिनिमम प्रोगाम के तहत जहां सरकार में होने वाले नए कैबिनेट विस्तार को लेकर के भी आपस में बैठकर तय करने की रणनीति बनी है तो वहीं एनडीए के चारों घटक दल आपस में मिलकर नए कैबिनेट विस्तार में मंत्रिमंडल का बंटवारा करेंगे ताकि साथियों के बीच आपसी तालमेल बना रहे और विकास के कारण ज्यादा से ज्यादा हो सके.
हालांकि कॉमन मिनिमम प्रोगाम को लेकर विपक्षी दल के नेताओं ने सवाल भी खड़े कर दिए हैं. इसी बीच कांग्रेस नेता राजेश राठौर ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि दरअसल यह भाजपा के नीतियों को लागू करने की कोशिश है. नीतीश कुमार अब तक स्वतंत्र होकर अपना एजेंडा चलाते रहे हैं पर अब वह भाजपा के नीतियों को लागू करने के लिए मजबूर हैं. इस प्रोग्राम के तहत स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा सेवा, साथ निश्चय कानून, तकनीकी सेवा, रोजगार, बिजली की समस्या आदि हर मुद्दों कर चर्चा और कार्य किये जायेंगे.