सिटी पोस्ट लाइव: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती के अवसर पर चरखा समिति (प्रभा- जयप्रकाश स्मृति संग्रहालय) कदमकुआं जाकर लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. मुख्यमंत्री ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की धर्मपत्नी जयप्रभा जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री ने चरखा समिति (प्रभा- जयप्रकाश स्मृति संग्रहालय) में स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के शयनकक्ष, सभा कक्ष, प्रभावती स्मृति कक्ष सहित पूरे परिसर का मुआयना किया. मुख्यमंत्री ने विजिटर बुक में भी अपना संदेश लिखा.
इस दौरान पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, महिला चरखा समिति की अध्यक्ष तारा सिन्हा, संचालिका शकुंतला मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा सहित संग्रहालय के अन्य सहयोगी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, आप सभी जानते हैं कि यह लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी का आवास है. हमलोग युवावस्था से यहां आते रहे हैं. जे०पी० मुवमेंट के दौरान सभी सदस्यों की यहां बैठक होती थी.
उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है लोकनायक जय प्रकाश नारायण जी हमें स्नेह देते थे, मानते थे. हम अक्सर उनसे यहां आकर मिलते थे. लोकनायक जय प्रकाश नारायण जी के जो विचार हैं, उन्होंने जिस प्रकार नेतृत्व किया उससे हमलोगों को बहुत कुछ सीखने का मौका मिला. आज हमलोग उसी के आधार पर काम कर रहे हैं. बापू जे.पी., लोहिया जी के विचारों को अपनाते हुए समाज को हमलोगों को आगे बढ़ाना है, समाज में एकता बनाए रखना है, समाज में भाईचारे की भावना रखनी है. इन सब चीजों की सीख हम सभी को इन्हीं लोगों से मिली है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण हम यहां नहीं आ पा रहे थे. इस मौका मिला तो मुझे यहां आकर संतुष्टि मिली है. यहां के लोगों के साथ हमारा तरह से सहयोग रहता है. अगर, यहां किसी प्रकार की कोई समस्या होगी, तो उसका समाधान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के विचारों को कभी भूलाया नहीं जा सकता है. हमलोग उन्हीं के विचारों के आधार पर आगे बढ़ते हुए काम कर रहे हैं. हमारा मकसद है कि नई पीढ़ी के लोग भी इन सब चीजों को जानें.