सिटी पोस्ट लाइव : इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है। नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग का जिम्मा अब अशोक चौधरी को सौंप दिया है। शिक्षा विभाग की कमान संभालने के महज कुछ घंटों के अंदर मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिय़ा था। उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे थे।
भवन निर्माण और समाज कल्याण विभाग का जिम्मा संभाल रहे अशोक चौधरी को अब शिक्षा विभाग का भी अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया है। नीतीश कुमार के सबसे करीबियों में एक अशोक चौधरी जेडीयू के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं।
विवादों में घिरे शिक्षा मंत्री डॉ. मेवालाल चौधरी ने आज ही शिक्षा विभाग का पदभार ग्रहण किया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि जो हमारे खिलाफ बोल रहे हैं और यह कह रहे है कि मेरी पत्नी की मौत के लिए मैं जिम्मेवार हूं, उनके खिलाफ आज ही 50 करोड़ की मानहानि का केस करूंगा और आज ही उनके पास लीगल नोटिस जाएगा, लेकिन शाम होते होते उन्होंने इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया।
गौरतलब है कि तारापुर के नवनिर्वाचित जेडीयू विधायक डॉ मेवालाल चौधरी को पहली बार कैबिनेट में शामिल किया गया था। राजनीति में आने से पहले वर्ष 2015 तक वह भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे। वर्ष 2015 में सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति में आए। इसके बाद जेडीयू से टिकट लेकर तारापुर से चुनाव लड़े और जीत गए।लेकिन, चुनाव जीतने के बाद डॉ चौधरी नियुक्ति घोटाले में आरोपित किए गए। कृषि विश्वविद्यालय में नियुक्ति घोटाले का मामला सबौर थाने में वर्ष 2017 में दर्ज किया गया था। इस मामले में विधायक ने कोर्ट से अंतरिम जमानत ले ली थी।
वहीं दूसरी तरफ एक और आरोप मेवालाल पर लगा है। बता दें कि मेवालाल चौधरी की पत्नी स्व. नीता चौधरी राजनीति में काफी सक्रिय रही थीं। वह जेडीयू के मुंगेर प्रमंडल की सचेतक भी थीं। 2010-15 में तारापुर से विधायक चुनी गयीं। वर्ष 2019 में गैस सिलेंडर से लगी आग में झुलसने से उनकी मौत हो गयी थी। पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने मेवालाल चौधरी की पत्नी की मौत के मामले में उनसे पूछताछ की मांग की थी। इसके लिए उन्होंने डीजीपी एसके सिंघल को पत्र लिखा था।