संसद के शीत सत्र में आएगा नागरिकता बिल, विपक्ष करेगा जोरदार विरोध.
सिटी पोस्ट लाइव : मोदी सरकार अपने सभी महत्वपूर्ण अजेंड़ो पर दनादन काम कर रही है. तीन तलाक, धरा 370 और राम मंदिर का मामला निबटाने के बाद अब मोदी सरकार नागरिकता संशोधन बिल संसद में लाने जा रही है. सोमवार से शुरू होने जा रहे संसद के शीतकालीन सत्र में नागरिकता संशोधन विधेयक को पारित कराने की कोशिश की जायेगी. विधेयक में पड़ोसी देशों से आने वाले गैर मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता दिए जाने का प्रावधान है.
इस विधेयक में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न के चलते भागकर 31 दिसंबर, 2014 तक भारत आए हिंदू, जैन, सिख, ईसाई और पारसी समुदाय के लोगों को नागरिकता देने का प्रावधान है. पिछली सरकार ने जब यह बिल पेश किया था, तब असम समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी विरोध हुआ था.इसके अलावा दिल्ली में 1,728 अवैध कॉलोनियों को नियमित करने संबंधी विधेयक, ड्यूटी के दौरान डॉक्टरों पर हमला करने वालों पर जुर्माना लगाने, कॉर्पोरेट टैक्स रेट में कटौती और ई-सिगरेट पर पाबंदी संबंधी दो अधिसूचनाओं को कानून में बदलने संबंधी बिल भी सदन में पेश किया जा सकता है.
सूत्रों के अनुसार सरकार ने इस सत्र के कामकाज में इस विधेयक को सूचीबद्ध कर दिया है.सरकार ने पिछली दफा भी इस विधेयक को पेश किया था, लेकिन विपक्षी दलों के कड़े विरोध के कारण पारित नहीं हो सका.इसबार भी विपक्ष इस विधेयक को लेकर जोरदार हंगामा करेगा क्योंकि इसमे दुसरे देशों के मुस्लिमों को भारत में तीन साल रहने पर नागरिकता दिए जाने का प्रावधान नहीं है. हालांकि सरकार का कहना है कि हिन्दुओं को शरण देनेवाला भारत एक मात्र देश है इसलिए इसमे उनके नागरिकता का प्रस्ताव रखा गया है.