सिटी पोस्ट लाइव: एलजेपी में जब से टूट हुई है तब से चिराग पासवान राजनीति में काफी सक्रिय हो गए हैं. वहीं, वे लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और चाचा पशुपति पारस पर हमलावर बने हुए हैं. फिलहाल, वे आशीर्वाद यात्रा को लेकर भी कुछ जिलों में पहुंच रहे हैं. वहीं, आशीर्वाद यात्रा को लेकर ही वे कल समस्तीपुर जिले में पहुंचे थे जहां, उन्होंने चाचा पशुपति पारस और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने निशाने पर लिया और उनपर जमकर हमला बोला. साथ ही इस दौरान उन्होंने जदयू में टूट होने और लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में विधानसभा चुनाव होने की भी बात कही.
इस दौरान उन्होंने कहा कि चाचा पशुपति पारस ने केंद्र सरकार में मंत्री बनने की व्यक्तिगत महत्वकांक्षा पूरी करने के लिए परिवार और पार्टी दोनों को धोखा दिया है. परिवार का मुखिया होने के बावजूद उन्होंने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है. साथ ही कहा कि, बिहार की जनता का समर्थन अब उन्हें मिल रहा है और वे इस धोखाधड़ी का बदला ले कर रहेंगे. बात दें कि, चाचा पशुपति पारस के मंत्रिमंडल में पद मिलने से काफी गुस्से में हैं. वहीं, उन्होंने कल ट्वीट करते हुए लिखा था कि, पार्टी विरोधी और शीर्ष नेतृत्व को धोखा देने के कारण लोक जनशक्ति पार्टी से पशुपति कुमार पारस जी को पहले ही पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है और अब उन्हें केंद्रीय मंत्री मंडल में शामिल करने पर पार्टी कड़ा ऐतराज दर्ज कराती है.
वहीं, उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला करते हुए कहा कि, उन्हें कभी भी मंत्री पद की लालसा नहीं थी. साथ ही कहा कि, उनके चाचा पशुपति पारस को किस पार्टी के कोटे से मंत्री बनाया गे है यह उन्हें समझ में नहीं आ रहा. कहा कि, जिस तरह से चीजें सामने आई हैं, उससे ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार ने मुझे मंत्री न बनने देने के लिए अपनी ही पार्टी के नेताओं, खासकर राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह की कुर्बानी दी है. पशुपति पारस को मंत्री बनवाने के लिए नीतीश कुमार ने काफी नीचे तक झुकते हुए समझौता किया है. यहां तक कि इसके लिए उन्होंने ललन सिंह के मंत्री पद की भी कुर्बानी देने को तैयार हो गए.