सिटी पोस्ट लाइव: कोरोना को लेकर पटना किलकारी बाल भवन के बच्चों ने अनोखी डिवाइस बनाई है. इस डिवाइस के इस्तेमाल से मास्क और सैनिटाइजर से मुक्ति मिल सकती है. दरअसल, यह डिवाइस 8 मीटर की दूरी से ही संकेत देने लगेगा कि सामने वाला बीमार है. कोरोना पॉजिटिव लोगों के बारे में पहले ही जानकारी दे देगा, जिससे आप संक्रमित के संपर्क में आने से बच जाएंगे.
यह यंत्र सिक्के से भी छोटा है. 10वीं कक्षा के अर्पित और 12वीं कक्षा के अभिजीत ने एक थर्मल सेंसर प्रोटो टाइप तैयार किया है. इसके जरिए आपके रेडियस में आने वाले संभावित कोरोना पॉजिटिव के बारे में यंत्र संकेत देने लगेगा. कोरोना इन्फेक्टेड व्यक्ति जैसे-जैसे आपके नजदीक आएगा. अलार्म के जरिए यंत्र सावधान करने लगेगा. किलकारी के बच्चों ने इस डिवाइस को पेटेंट भी करवा लिया है. डिवाइस से कोरोना काल में लोगों को काफी मदद मिलेगी.
वहीं अभिजीत ने बताया कि यह डिवाइस थर्मल सेंसिंग की थ्योरी पर काम करती है. जिसे आप अपने कॉलर या पॉकेट पर लगा सकेंगे. यदि कोई बीमार व्यक्ति आपके 6 से 8 गज की दूरी के भीतर आएगा तो ये डिवाइस आपको ‘बीप’ की आवाज से अलर्ट करेगी. इतना ही नहीं यदि संक्रमित व्यक्ति 2 से तीन मीटर के दायरे में आता है तो यह डिवाइस अलर्ट ही नहीं, आपको लगातार तेज आवाज के साथ बीप कर संक्रमित व्यक्ति से दूर होने की चेतावनी भी देगी. अर्पित ने बताया कि यह डिवाइस काफी लोगों को पहले की तरह सामान्य जीवन जीने में न सिर्फ मदद करेगी बल्कि इस्तेमाल करने में भी आसानी होगी. यह डिवाइस केवल सिक्के के आकार की और बहुत हल्की होगी.
अभिजीत के मुताबिक कई कंपनियों से बात हुई है. कंपनियों ने इसमें इंटरेस्ट भी दिखाया है. फिलहाल, जो डिवाइस उन्होंने बनाया है ये प्रोटोटाइप है, जो एक मीटर के रेडियस पर अलर्ट देती है. लेकिन इसकी क्षमता बढ़ाने और आकार छोटा करने के लिए कंपनियों से बात हो चुकी है. बैटरी से चलने वाली इस डिवाइस का आकार दस रुपए के सिक्के जितना होगा और इसकी क्षमता 6 से 8 गज की दूरी होगी. अर्पित और अभिजीत पटना के कंकड़बाग के अशोक नगर में रहते हैं और दोनों भाई हैं. बताते चलें कि किलकारी बाल भवन को बिहार सरकार का सपोर्ट है. बच्चों की प्रतिभा को निखारने का काम करती है. इससे पहले भी यहां के कई बच्चों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है.