सिटी पोस्ट लाइव : सिवान के चर्चित तेजाब हत्याकांड के आरोपी RJD के पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन को जेल पहुंचाने वाले चंदा बाबू अब इस दुनिया में नहीं रहे. बुधवार की देर शाम उन्होंने अंतिम सांस बड़हरिया स्टैंड स्थित अपने आवास पर ली. चंदा बाबू पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे और घर पर ही रहते थे. चंदा बाबू के मौत की सूचना मिलते ही उनके आवास पर काफी संख्या में नेताओं सहित अन्य लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. सभी लोग उनके दिव्यांग पुत्र को सांत्वना दे रहे थे.
बता दें चंद्रकेश्वर प्रसाद उर्फ चंदा बाबू ने इस तेज़ाब कांड में अपने दो बेटों को गंवाया था. जिसके बाद उन्होंने लम्बी कानूनी लड़ाई लड़ी और शहाबुद्दीन को जेल भिजवाया. चंदा बाबू के दो बेटों को तेजाब से नहलाकर हत्या करने का आरोप राजद के पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन पर लगा था. इस मामले में शहाबुद्दीन को निचली अदालत से सजा भी हुई है. यह मामला काफी चर्चित रहा था. इसके बाद उनके तीसरे पुत्र राजीव रौशन की भी हत्या अपराधियों ने शहर के डीएवी मोड़ पर गोली मार कर दी थी. इस घटना के बाद से वो अपने दिव्यांग चौथे पुत्र के साथ शहर के गौशाला रोड स्थित अपने आवास में रहते थे.
इसे लेकर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने ट्वीट कर दुःख व्यक्त किया है. उन्होंने लिखा कि चंदा बाबू के जज्बे को सलाम जिन्होंने सीवान के आतंक का अंजाम तय करने में निर्णायक भूमिका निभाकर अपराध के विरुद्ध संघर्ष में आदर्श बनकर उभरे इनका निधन शोकाकुल करनेवाली है ईश्वर इन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान कर शोकसंतप्त परिवार को संबल प्रदान करें।
चंदा बाबू के जज्बे को सलाम
जिन्होंने सीवान के आतंक का अंजाम तय करने में निर्णायक भूमिका निभाकर
अपराध के विरुद्ध संघर्ष में आदर्श बनकर उभरे
इनका निधन शोकाकुल करनेवाली है
ईश्वर इन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान कर
शोकसंतप्त परिवार को संबल प्रदान करें।
— Neeraj kumar (@neerajkumarmlc) December 17, 2020