सिटी पोस्ट लाइव, रांची: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के पुत्र और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शनिवार शाम को दो दिवसीय झारखंड दौरे पर रांची पहुंवे। रांची स्थित बिरसा मुंडा हवाईअड्डे पर पार्टी नेताओं-कार्यकर्त्ताओं द्वारा उनका भव्य स्वागत किया। तेजस्वी यादव के इस दौरे को राजनीतिक हलकों में झारखंड में आरजेडी के खोये हुए आधार को प्राप्त करने की कवायद माना जा रहा है।
रांची स्थित बिरसा मुंडा हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा कि झारखंड में खनिज संपदा काफी है और देश को जो झारखंड देता है, जिस प्रकार सेवा करता है, केंद्र सरकार उस प्रकार से लौटती नहीं है, तो उनका मानना है कि जो पुराना बिहार है, जब तक पुराने बिहार का विकास नहीं होगा, देश का विकास नहीं हो पाएगा।
उन्होंने रांची आगमन पर भगवान बिरसा मुंडा को नमन किया और बिरसा चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। इस मौके पर आरजेडी के वरिष्ठ नेता और राज्य के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता , पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, आरजेडी के वरिष्ठ नेजा संजय सिंह यादव समेत कई पूर्व विधायक और प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव के इस दौरे के क्रम में झारखंड में पार्टी संगठन को मजबूत बनाने के मुद्दे पर वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श करेंगे और पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल होंगे। एकीकृत बिहार में आरजेडी का पलामू, चतरा, लातेहार, गोड्डा और देवघर समेत बिहार की सीमा से लगे कई इलाके में खासा प्रभाव था, लेकिन वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी का झारखंड में खाता नहीं खुला और वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में भी सिर्फ एक मात्र विधायक सत्यानंद भोक्ता चतरा से चुनाव जीतने में सफल रहे और यूपीए गठबंधन में शामिल रहने के कारण उन्हें मंत्री बनने का मौका मिल गया। अब आरजेडी गठबंधन सरकार में अपनी भागीदारी का फायदा उठाते हुए पूरे झारखंड में और खासकर अपने पुराने प्रभाव वाले इलाकों में संगठन को मजबूत बनाने की कवायद में जुटा है।