‘केंद्र फंड नहीं दे रहा, कर्ज लेने नहीं दे रहा: नीतीश कुमार.
इस सरकार को बस आत्म प्रचार से मतलब, अटल बिहारी जी के जमाने में हुआ था बहुत विकास .
सिटी पोस्ट लाइव :बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर विकास के लिए फण्ड नहीं देने का आरोप लगाया है.उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्य के विकास के लिए फंड नहीं दे रही है. राज्य अपने स्तर से विकास के लिए कर्ज लेने का प्रयास करता है तो केंद्र से उसकी अनुमति नहीं मिलती. ऐसे में गरीब राज्य आगे कैसे बढ़ेगा? मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र देश का विकास राज्यों के आगे बढ़े बगैर संभव नहीं है. गरीब राज्य आगे बढ़ेंगे तभी देश का विकास होगा.
एएन कालेज पटना में पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा की आदमकद प्रतिमा के अनवारण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इससे पहले की केंद्र सरकार ने राज्यों के साथ इतना भेदभाव नहीं किया था. जब उनके साथ गठबंधन में थे, तब भी राज्य को विकास के लिए फंड नहीं मिल रहा था. उनका ध्यान गरीब राज्यों के विकास पर कभी नहीं रहा. राज्य सरकार अपने संसाधन से विकास कर रही है. यात्रा के दौरान जिलों में जाने पर काफी सुकून मिलता है, गरीब-गुरबा आगे बढ़ने के लिए प्रयासरत हैं.उन्होंने कहा कि सभी के विकास के लिए काम कर रहे हैं. घूमने के दौरान लोगों की जरूरत की जानकारी मिलती है, जिसे पूरा करने का प्रयास होता है.
केंद्रीय बजट से राज्य की उम्मीद पर नीतीश ने कहा कि क्या मिलेगा, देख लीजिएगा? कोई विशेष उम्मीद नहीं है. गरीब राज्यों के विकास को लेकर कुछ विशेष नहीं होने वाला है. विशेष राज्य के दर्जे के लिए भी काफी प्रयास किया गया. रेल बजट को मुख्य से अलग करने की मांग को सही बताते हुए सीएम ने कहा कि मुख्य बजट से भी ज्यादा रेल पर चर्चा लोकसभा और राज्यसभा में होती थी. लोगों की भी काफी रुचि होती थी.उन्होंने कहा कि भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में रेल मंत्री रहने का अवसर मिला. उस समय काफी काम हुआ। लेकिन, आज की सरकार सिर्फ अपने काम को बता रही है. अटलजी ने कितना काम किया, यह आज कोई नहीं बता रहा है. केंद्र की सरकार को विकास के बजाए आत्म प्रचार से मतलब है.
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