सीएबी पर विरोध पड़ सकता है मंहगा, प्रशांत किशोर की जेडीयू से हो सकती है छुट्टी
सिटी पोस्ट लाइवः जेडीयू ने सिटीजन अमेंडमेंट बिल का लोकसभा और राज्यसभा में समर्थन किया लेकिन जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार पार्टी के फैसले के विरोध में हैं। वे खुलकर अपनी हीं पार्टी को नसीहत दे रहे हैं और पार्टी के फैसले को गलत ठहरा रहे हैं। अब जेडीयू ने संकेत दिये हैं कि पीके को यह विरोध मंहगा पड़ने वाले हैं।
सिटी पोस्ट लाइव के एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्यूष से बातचीत करते हुए जेडीयू के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल जब लोकसभा में पेश हुआ तो जेडीयू संसदीय दल के नेता ललन सिंह ने इस पर अपनी बात रखी। राज्यसभा में जेडीयू संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह ने अपनी बात रखी। जो लोग पार्टी के फैसले का विरोध कर रहे हैं वो उनका निजी बयान है।
संजय सिंह ने कहा कि जेडीयू अल्पसंख्यकों के लिए काम करती है जुबान नहीं चलाती। पार्टी के खिलाफ बयान देने वालों को जेडीयू नोटिस नहीं लेते। जिसको पार्टी में रहना है वो रहे। पार्टी पहले होती है। पार्टी सबकुछ तय करती है। ऐसे बयान जो लोग दे रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होगी पार्टी से बड़ा कोई नहीं होता है। नीतीश कुमार के व्यक्तित्व के सामने कहीं नहीं ठहरते। बयान देने वाले लोग नीतीश कुमार को नहीं जानते। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं लेकिन उन्हें पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर बयान नहीं देना चाहिए।