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छपरा जिला परिषद् में जिन्दा बम मिलने से हडकंप, जांच-पड़ताल शुरू

छपरा जिला परिषद् में जिन्दा बम मिलने से हडकंप, जांच-पड़ताल शुरू

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छपरा जिला परिषद् में जिन्दा बम मिलने से हडकंप, जांच-पड़ताल शुरू

सिटी पोस्ट लाइव: बिहार के छपरा जिले के जिला परिषद् कार्यालय में उस समय हडकंप मच गया जब वहां रखे गए आधा दर्जन बम पर लोगों की नजर पडी.पहले तो लोगों को अपनी आँखों पर भरोसा ही नहीं हुआ कि यहाँ बम रखे हो सकते हैं.लेकिन जब बम सामने रखा हो तो शक की गुंजाइश कहाँ थी. दरअसल जिला परिषद् के दफ्तर में फूलों की आड़ में एक झोला रखा गया था .जब किसी ने झोले को देखा तो उसमे बम निकले. झोले में आधा दर्जन बम देख लोगों के होश उड़ गए. लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया.बम बम का शोर मचाये जाने से जिला परिषद् में भगदड़ मच गई.जिला परिषद् की तरफ से पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस आई .उसने बम स्क्वायड दस्ते को बुलाया .पुलिस के अनुसार सभी बम जिन्दा हैं .आखिर जिला परिषद् कार्यालय में बम कहाँ से आया? किसने यहाँ बम छुपाया? मक्साद क्या था ,अभीतक कुछ भी पता नहीं चल पाया है. पुलिस ने बम को कब्जे में लेकर बम स्क्वायड की मदद से जांच पड़ताल शुरू कर दी है.सूत्रों के अनुसार ये बम जिला परिषद् कार्यालय को उड़ा देने के लिए काफी थे .लेकिन सवाल ये उठता है कि परिषद् के दफ्तर तो उड़ाना मकसद था तो यहाँ बम को ऐसे छुपाकर क्यों रखा गया था .जिला परिषद् में लगे सीसीटीवी फूटेज को खंगालने के बाद ही मामला समझ में आएगा.

पुलिस इस बिंदु पर जांच कर रही है कि बम कब और किसलिए रखा गया था. पुलिस जिला परिषद कैंपस में लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है. पुलिस का कहना है कि दो दिन पहले जिला परिषद के अध्यक्ष मीना अरुण के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बैठक में हुई थी. अध्यक्ष के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया था. एसपी हरकिशोर राय ने कहा कि इस बात की आशंका है कि इसी दौरान प्रयोग करने के लिए बम रखा गया होगा. दोषियों को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा. दो साल पहले छपरा व्यवहार न्यायालय परिसर में बदमाशों ने बम विस्फोट किया था.

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