सिटी पोस्ट लाइव :बिहार की राजनीति में लगातार बवाल मचा हुआ है.कौन पार्टी और कौन नेता कबतक किसके साथ रहेगा, इसको लेकर संशय बना हुआ है.RJD-JDU में ऐसा घमाशन मचा है कि नीतीश कुमार के RJD के साथ सरकार बनाने के बाद पहलीबार BJP-JDU के नेता शिक्षा मंत्री के रामचरित मानस पर दिए गए विवादित बयान के बहाने एकसाथ नजर आ रहे हैं.दोनों ने एकसाथ मानस पाठ किया.मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के बाद बिहार के सियासत (Bihar Politics) में कुछ बड़ा होने का संकेत मिल रहा है.इस बीच अररिया से बीजेपी सांसद ने एक बड़ा दावा कर सियासी तूफ़ान खड़ा कर दिया है.
बीजेपी सांसद प्रदीप सिंह (BJP MP Pradeep Singh) ने दावा किया है कि बिहार में भले ही महागठबंधन बन गया है. लेकिन, उसके बनने से जदयू के विधायक और एमपी खुश नहीं है. खासकर तब से और अधिक जब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि 2025 में महागठबंधन की अगुवाई तेजस्वी यादव करेंगे. इस घोषणा के बाद से ही जदयू के नेताओं की बेचैनी बढ़ गई है और जदयू के कई विधायक बीजेपी के संपर्क में आ गए है. बीजेपी सांसद ने कहा कि बस थोड़ा से इंतज़ार कर लीजिए बिहार में भी महाराष्ट्र जैसा खेल दिख जाएगा. यह बात सिर्फ़ मैं राजनीतिक बयानबाजी के तौर पर नहीं कर रहा हूं. बल्कि पूरे भरोसे के साथ बोल रहा हूं. लेकिन, इसका खुलासा अभी नहीं करूंगा, समय आने पर सब कुछ सामने आ जाएगा.
बीजेपी सांसद के दावे को जदयू प्रवक्ता ख़ारिज कर रहे हैं. वहीं रामचरितमानस के बहाने जेडीयू और आरजेडी के संबंध में खटास दिख रही है. लेकिन, इस तनाव को दूर करने में जदयू और आरजेडी का शीर्ष नेतृत्व हरकत में आ चुका है. जल्द से जल्द इसे दूर करने की कोशिश में भी लग गया है. लेकिन यह भी सच है कि 2015 के बाद से कोई भी गठबंधन बहुत ज़्यादा दिन तक टिक नहीं सका है. जिस तरह से सुधाकर सिंह और चंद्रशेखर के बयान को लेकर RJD और JDU के नेता आमने सामने हैं.उपेन्द्र कुशवाहा सीधे RJD पर BJP के ईशारे पर कम करने का आरोप लगा रहे हैं ,आगे चलकर कुछ भी हो सकता है.