अब सवर्ण समाज के गुस्से का निशाना बने मनोज तिवारी, चूड़ियाँ फेंकी, काले झंडे दिखाए
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में सवर्ण समाज के लोगों ने बीजेपी और एनडीए से जुड़े नेताओं का घर से बाहर निकलना हराम कर दिया है. अब जो भी सवर्ण नेता जनता के बीच जा रहे हैं, सवर्ण समाज के लोग उन्हें निशाना बना रहे हैं. बीज्पी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय और बीजेपी के कदावर नेता केंद्र में मंत्री अश्वनी चौबे की फजीहत करने के बाद रविवार को बीजेपी सांसद और भोजपुरी फिल्मों के सुपर स्टार मनोज तिवारी को सवर्ण समाज के गुस्से का सामना करना पड़ा. सवर्ण समाज के लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाए और चूड़ी फेंककर विरोध प्रदर्शन किया.
सिटी पोस्ट संवाददाता विकास के अनुसार कैमूर जिले में एक कार्यक्रम में पहुंचे मनोज तिवारी को सभा के बीच में ही भयंकर विरोध का सामना करना पड़ा.लोगों ने बीजेपी विरोधी नारे लगाये और उनके ऊपर चुदियाँ फेंकी. उन्हें काला झंडा दिखाया. कार्यक्रम में सांसद छेदी पासवान, बिहार के मंत्री बृज किशोर बिन्द, विधायक रिंकी रानी पाण्डेय, एमएलसी संतोष सिंह और विधायक निरंजन राम भी मौजूद थे. हंगामा इतना ज्यादा हो गया कि सभा बीच में ही रोकनी पड़ी. विरोध कर रहे सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
गौरतलब है कि इससे पहले रविवार को सीतामढ़ी और गया में विरोध की घटना सामने आई. सीतामढ़ी में जहां बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय को काला झंडा दिखाया गया वहीं गया में रालोसपा के सांसद अरूण कुमार के बेटे को लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा. अशवानी चौबे की भी सवर्ण समाज ने जमकर फजीहत की. लगातार इस तरह से सवर्ण समाज द्वारा बीजेपी और एनडीए नेताओं को निशाना बनाए जाने से एनडीए से जुड़े नेताओं का जनता के बीच जाना मुश्किल हो गया है.
जानकारी के मुताबिक सीतामढ़ी में सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं ने नित्यानंद को काला झंडा दिखाया और वापस जाओ के नारे लगाए. नित्यानंद सीतामढी के रीगा में पार्टी के कार्यक्रम में भाग लेने गये थे. वहां उनको विधानसभा स्तरीय सम्मेलन में भाग लेना था. लोगों ने उनके काफिले को घेर लिया और काला झंडा दिखाया. नित्यानंद राय सीतामढ़ी के तीन दिवसीय दौरे पर हैं जहां उनको अलग-अलग कार्यक्रम में भाग लेना है.
दूसरी ओर रविवार को ही गया में रालोसपा के बागी नेता और जहानाबाद के सांसद अरूण कुमार के बेटे ऋतुराज को विरोध का सामना करना पड़ा. सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं ने विरोध जताते हुए न केवल उनको काला झंडा दिखाया बल्कि उनकी गाड़ी का शीशा भी तोड़ा. इस दौरान लोगों ने सांसद अरुण कुमार के खिलाफ नारेबाजी भी की. घटना जिले के खिजरसराय की है.
गौरतलब है कि बिहार में सवर्ण समाज के लोग और SC/ST एक्ट को लेकर लगातार विरोध जता रहे हैं. उनके निशाने पर बीजेपी समेत एनडीए के बड़े नेता हैं. नित्यानंद राय से पहले शनिवार को दरभंगा में बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी को काला झंडा दिखाया गया था. भागलपुर के नवगछिया में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे को लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा था तो गया में बीजेपी एमएलसी कृष्ण कुमार सिंह को भी सवर्ण सेना का गुस्सा झेलना पड़ा था.एनडीए के नेताओं का कहना है कि जिस तरह से सवर्ण समाज उनकी मुखालफत कर रहा है, उनकी चुनौती बढ़ गई है. सब इस बात को लेकर चिंतित हैं कि वो चुनाव में कैसे क्षेत्र में जायेगें.गौरतलब है कि बीजेपी के नेता पहले ही पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष को ये बता चुके हैं कि SC /ST एक्ट को लेकर अध्यादेश लाये जाने से उनकी परेशानी बढ़ गई है.