राम मंदिर को लेकर BJP-JDU के बीच रार, RCP सिंह ने कहा-अध्यादेश नहीं ला सकती BJP

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राम मंदिर को लेकर BJP-JDU के बीच रार, RCP सिंह ने कहा-अध्यादेश नहीं ला सकती BJP

सिटी पोस्ट लाइव : RSS, VHP से लेकर तमाम साधू-संत और हिन्दू संगठन केंद्र सरकार पर राम मंदिर के निर्माण को लेकर अध्यादेश लाये जाने को लेकर दबाव बनाए हुए हैं. यहाँ तक कि सरकार के कई मंत्री भी लगातार राम मंदिर बनाने की मांग तेज कर चुके हैं. ऐसे में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि केंद्र सरकार राम मंदिर निर्माण को लेकर अध्यादेश ला सकती है. लेकिन पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव में करारी शिकस्त मिलने के बाद अब उसके सहयोगी दल जेडीयू ने राम मंदिर को लेकर आँखें तरेरनी शुरू कर दी है. अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने के लिए अध्यादेश लाए जाने के कयास लग रहे हैं. लेकिन इस बड़े मुद्दे पर एनडीए के अहम सहयोगी जेडीयू ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है. जेडीयू ने साफ कहा है कि बीजेपी इस मुद्दे पर पर कोई अध्यादेश नहीं ला सकती है. हालांकि बीजेपी ने भी स्पष्ट कहा है कि राम मंदिर उनका मुद्दा था, है और रहेगा.जेडीयू के महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि राम मंदिर पर हमारा रुख साफ है. आपसी सहमति या फिर कोर्ट के फैसले से राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए. इस पर हम अपना स्टैंड नहीं बदल सकते. उन्होंने कहा कि बीजेपी इस मुद्दे पर कोई अध्यादेश नहीं ला सकती है.

गौरतलब है कि नीतीश सरकार में मंत्री पद पर बैठे बीजेपी के नेता भी खुल्लेयाम राम मंदिर निर्माण को लेकर लगातार बयां दे रहे हैं. यहाँ तक कि नीतीश कुमार के कैबिनेट के पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार इसको लेकर नीतीश कुमार पर हमला भी कर चुके हैं. उन्होंने राम मंदिर को राष्ट्र मंदिर करार देते हुए कहा था कि अयोध्या में किसी भी कीमत पर राम मंदिर बनाना चाहिए. मंत्री ने तो यहाँ तक कह दिया था कि नीतीश कुमार को बीजेपी बुलाने नहीं गई थी. वो खुद बीजेपी के पास आये थे. केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और अश्वनी चौबे तो लगातार रामम मन्दिर के मुद्दे को हवा दे ही रहे हैं. गिरिराज सिंह तो राम मंदिर निर्माण को लेकर अल्पसंख्यकों को विरोध करने पर गंभीर परिणाम भुगतने तक की चेतावनी दे चुके हैं.

नीतीश कुमार के दुसरे मंत्री ,बीजेपी के नेता बिनोद नारायण झा भी कह चुके हैं कि राम मंदिर उसका मुख्य मुद्दा था, है और रहेगा. पार्टी के नेता विनोद नारायण झा ने कहा कि राम हमारी भावनाओं में जुड़े हुए हैं. यह राजनीति का विषय नहीं, सभी जनता के दिल से जुड़ा हुआ है, हम हमेशा मांग करते रहे हैं और करेंगे. उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर विपक्ष राजनीति करता है.

आपको बता दें कि गुरुवार को एनडीए के एक अहम सहयोगी एलजेपी के नेता चिराग पासवान भी बीजेपी को राम हनुमान और मंदिर की राजनीति से परहेज करने की नसीहत दे चुके हैं. उन्होंने पांच राज्यों के चुनाव में बीजेपी की हर की वजह भी राम, हनुमान और मंदिर निर्माण बता दिया है. जेडीयू के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी राम मंदिर को चुनावी मुद्दा बनाने के पक्ष में नहीं हैं. उन्होंने आज कहा कि राम मंदिर को चुनावी मुद्दा बनाने की जरुरत नहीं है. इसके बिना भी चुनाव जीता जा सकता है. चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाना चाहिए. जाहिर है NDA के अंदर राम मंदिर को लेकर घमाशन मचना तय है .सूत्रों के अनुसार राम मंदिर पर अध्यादेश लाये जाने पर जेडीयू की राह अलग भी हो सकती है.

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