राम मंदिर BJP का सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा, शीतकालीन सत्र में विधेयक लाएगी मोदी सरकार?

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राम मंदिर BJP का सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा, शीतकालीन सत्र में विधेयक लाएगी मोदी सरकार?

सिटी पोस्ट लाइव : SC –ST एक्ट की तर्ज पर केंद्र सरकार अब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर भी अध्यादेश लाने जा रही है. गौरतलब है कि एक दिन पहले ही संघ के मोहन भगवत ने राम मंदिर के निर्माण को लेकर सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था कि लोग अब ये सवाल पूछ रहे हैं कि बीजेपी की सरकार है फिर क्यों राम मंदिर नहीं बन रहा है.सूत्रों के हवाले से अब खबर आ रही है कि  अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनवाने के लिए मोदी सरकार आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बड़े फैसले ले सकती है. माना जा रहा है कि संसद के शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार इसके लिए विधेयक ला सकती है.

गौरतलब है कि गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजयदशमी कार्यक्रम में मोहन भागवत के अपने संबोधन में साफ कहा कि राम मंदिर के लिए केन्द्र सरकार को कानून बनाना चाहिए. संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि अगर राम मंदिर बनता है तो देश में सद्भावना का माहौल बनेगा. उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि इनकी सत्ता है फिर भी मंदिर क्यों नहीं बना, वोटर सिर्फ एक ही दिन का राजा रहता है। जन भावना का ख्याल रखा जाना चाहिए.

सूत्रों के अनुसार इसबार मोदी लहर नहीं है. विपक्ष गोलबंद है. ऐसे में बीजेपी के पास सत्ता में आने के लिए राम मंदिर से कोई बड़ा मुद्दा नहीं है. बीजेपी के पास अपने पक्ष में हवा बनाने के लिए एक रास्ता है पाकिस्तान से लड़ाई और दूसरा राम मंदिर. आज की तारीख में लड़ाई छेड़ना आसान काम नहीं. ऐसे में संघ से लेकर पार्टी में भी  मोदी सरकार पर लगातार अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण कराने की मांग बढ़ती जा रही है. गौरतलब है कि राम मंदिर निर्माण को लेकर केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह लगातार बयान दे रहे हैं. मुस्लिम समाज को खुल्लेयाम धमकी दे रहे हैं कि अगर मंदिर नहीं बना तो हिन्दुओं को गुस्सा आ जाएगा तो बहुत बुरा होगा.

अब देखना ये है कि विधेयक लाकर राम मंदिर बनाने को लेकर बीजेपी के सहयोगी दलों की क्या प्रतिक्रिया होती है. खासतौर पर बिहार में जेडीयू के नीतीश कुमार कैसे रिएक्ट करते हैं. अपने सेक्यूलर क्रेडेंशियल को लेकर हमेशा सजग रहने वाले नीतीश कुमार के लिए राम मंदिर का विरोध और समर्थन करना दोनों आसान काम नहीं होगा. विरोध करेग्न तो जायेगें कहाँ, और समर्थन करेगें तो उनके सेक्यूलर क्रेडेंशियल का क्या होगा. वैसे जेडीयू के पवन वर्मा भी कुछ दिन पहले राम मंदिर बनाए जाने की मांग कर चुके हैं.

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