देश के सैन्य इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा, भारतीय मिशन में हुई बिहार की बिटिया अंजली की तैनाती
सिटी पोस्ट लाइवः बिहार के बेटे-बेटियों ने अपनी प्रतिभा, अपनी हिम्मत और अपने हौसले से पूरी दुनिया में बिहार का परचम लहराया है। वैसे बिहारियों की लिस्ट बहुत लंबी है जिनका लोहा दुनिया मानती है। इस फेहरिस्त में अब बिहार की बिटिया अंजली का नाम भी जुड़ गया है। बिहार के समस्तीपुर से ताल्लुक रखने वाली अंजली के हिस्से वो उपलब्धि जुड़ी है जो देश के सैन्य इतिहास में पहली बार हुआ है। समस्तीपुर के वारिसनगर प्रखंड का मकसूदपुर गांव आज अंतरराष्ट्रीय फलक पर है।
यहां की निवासी विंग कमांडर अंजलि सिंह देश के सैन्य इतिहास में किसी भी भारतीय मिशन में विदेश में तैनात होनेवाली पहली महिला सैन्य राजनयिक बन गई हैं मिग-29 लड़ाकू विमान उड़ाने में प्रशिक्षित अंजलि ने 10 सितंबर को रूस के मॉस्को में श्डिप्टी एयर अताशेश् के रूप में भारतीय दूतावास में पदभार संभाला। ग्रामीण भले ही इसका मतलब या काम नहीं समझते, पर इतना जरूर जानते हैं कि उनके गांव की बेटी डिंपल (घर का नाम) आज बुलंदियों पर हैं।
फ्लाइट लेफ्टिनेंट से सेवानिवृत्त पिता मदन प्रसाद सिंह को अपना रोल मॉडल मानने वाली 41 वर्षीय अंजलि ने शुरुआती दौर में ही सेना में जाने का संकल्प लिया था। पिता के सानिध्य में रहते हुए जालंधर में प्रारंभिक पढ़ाई की। कारगिल युद्ध में रणकौशल दिखा चुके जिले के निवासी कर्नल राजीव रंजन का कहना है कि अंजलि की तैनाती लड़कियों के लिए प्रेरणास्रोत है। वह उन महिलाओं के लिए पथ प्रदर्शक बनेंगी, जो सेना में जाना चाहती हैं। स्थानीय मुखिया विजय सहनी का कहना है कि अंजलि जिले के लिए गौरव हैं। अंजलि तीन बहन व एक भाई हैं। बड़ी बहन पुष्पा सिंह पटना में हिंदी की शिक्षक हैं। दूसरे नंबर पर अंजलि हैं। वर्ष 2010 में उनकी शादी बेगूसराय के महना निवासी इंजीनियर राजकुमार के साथ हुई। आठ साल का बेटा सक्षम है। फिलहाल, सभी मॉस्को में हैं। तीसरे नंबर पर अर्चना इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद पति तरुण कुमार के साथ अमेरिका में शिफ्ट हो गईं।