शिक्षक संघ का एक गुट नहीं होगा हड़ताल में शामिल, 17 से है नियोजित शिक्षकों की हड़ताल.
सिटी पोस्ट लाइव : विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ने का एलान कर चुके नियोजित शिक्षकों के लिए एक बुरी खबर है.नियोजित शिक्षकों की प्रस्तावित हड़ताल को लेकर शिक्षक संघ में दो फाड़ हो गया है. 17 फऱवरी से प्रस्तावित हड़ताल से परिवर्तनकारी माध्यमिक-उच्चतर माध्यमिक शिक्षक संघ ने संघर्ष समिति से अपने आपको अलग कर लिया है. प्रदेश अध्यक्ष अरूण क्रांति कुशवाहा ने संघर्ष मोर्चा से अलग होने का ऐलान किया है.
परिवर्तनकारी माध्यमिक-उच्चतर माध्यमिक शिक्षक संघ ने मोर्चा से अलग होने के साथ हीं हड़ताल पर नहीं जाने का ऐलान किया है.जाहिर है विधान सभा चुनावों से पहले नीतीश कुमार की सरकार की घेराबंदी करने की नियोजित शिक्षकों का आन्दोलन कमजोर पड़ गया है.गौरतलब है कि अपनी मांगों को लेकर राज्य के शिक्षक बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले 17 फरवरी 2020 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान कर चुके है.
माध्यमिक शिक्षक संघ 25 फरवरी से हड़ताल पर जाने का ऐलान कर चूका है. नियोजित शिक्षकों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती दी है कि अगर उन्होंने उनकी मांगों को नहीं माना तो राज्य में होने वाली मैट्रिक की परीक्षा से भी नियोजित शिक्षक खुद को अलग कर लेंगे.जाहिर है बिहार बोर्ड की चुनौती बढ़ जायेगी क्योंकि इससे न सिर्फ परीक्षा में खलल पड़ेगा बल्कि इससे 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम आने में भी देरी होगी.