NEET ऑल इंडिया टॉपर बनने के बाद अब बिहार बोर्ड टॉपर बनी कल्पना का सक्सेस मंत्रा

City Post Live

बिहार के शिवहर जिले की कल्पना कुमारी को नीट की परीक्षा में 691 अंक मिले हैं.वहीँ बोर्ड की परीक्षा 434 अंक लाकर वो साइंस की टॉपर बनी हैं.कल्पना अपने सक्सेस की वजह सोशल मीडिया से दुरी बता रही हैं .

सिटी पोस्ट लाईव:.सीबीएसई के NEET 2018 के रिजल्ट में, ऑल इंडिया टॉपर बनी कल्पना कुमारी बिहार बोर्ड के इंटर की परीक्षा में भी टॉपर बन गई हैं. बिहार के शिवहर जिले की कल्पना कुमारी को नीट की परीक्षा में 691 अंक मिले हैं.वहीँ बोर्ड की परीक्षा 434 अंक लाकर वो साइंस की टॉपर बनी हैं.दो दो बार फर्जी टॉपर स्कैंडल हो जाने से परेशान बिहार बोर्ड अभी नीट के रिजल्ट के आधार कल्पना का नाम उछल कर अपने ख़राब नाम को दुरुस्त करने में जुटा ही था कि आज उसके अपने बोर्ड की टॉपर लिस्ट में भी कल्पना का नाम आ गया.

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) देश भर के सरकारी और प्राइवेट मेडिकल और डेंटल कॉलेज में एडमिशन के लिए एनईईटी की परीक्षा लेती है. कल्पना ने दिल्ली में रहकर इसकी तैयारी की. 99.99 फीसदी अंक लाने में कामयाब  कल्पना को फिजिक्स के 180 में से 171 अंक, केमिस्ट्री में 160 और बायोलॉजी में 360 में से 360 अंक मिले हैं.

नीट से लेकर बिहार बोर्ड में अव्वल आनेवाली कल्पना अपनी सफलता का राज 12 घंटे की नियमित पढ़ाई और सोशल मीडिया से दूरी बताती हैं. एम्स दिल्ली से एमबीबीएस करने की तमन्ना रखनेवाली कल्पना बताती हैं कि 11वीं और 12वीं की सब्जेक्ट की पढ़ाई के लिए चार घंटे और कोचिंग में सिखाए गए सवाल के लिए वह पांच घंटे पढ़ती थीं. उन्होंने कहा कि पढ़ाई करते वक्त सिर्फ सोचें कि आपको सपने पूरे करने हैं, मंजिल अपने आप मिल जाएगी.

10वीं तक जवाहर नवोदय विद्यालय से पढ़ाई करनेवाली कल्पना का बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना था . कल्पना की बड़ी बहन भारती इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस क्वालिफाई कर चुकी हैं, जबकि भाई आईआईटी गुवाहाटी में मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है.  कल्पना अपनी सफलता का राज बताते हुए कहती है- तैयारी के दौरान  ज्यादातर फोकस सेल्फ स्टडी पर रहता था. हर दिन 12-13 घंटे पढ़ाई करती थी. इस दौरान सोशल मीडिया से पूरी तरह दूर रही. सेल्फ स्टडी के साथ-साथ रेफरेंस बुक व नोट्स का सहारा लेती थी.

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