सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में 24 विधान परिषद् की सीटों के लिए हो रहे चुनाव में महागठबंधन और NDA गठबंधन के सहयोगी दलों की राह अलग अलग हो गई है.कांग्रेस पार्टी ने सभी सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला ले लिया है. कांग्रेस पार्टी की तरफ से 8 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान भी कर दिया गया है. दूसरी तरफ आज मुकेश सहनी ने भी बगावत का बिगुल फूंकते हुए सभी 24 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला ले लिया है.जाहिर है इस चुनाव में दोनों गठबंधन के लिए चुनौती उनके सहयोगी दल ही बन गये हैं.
बिहार सरकार में पशुपालन मंत्री और एनडीए की सहयोगी वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुये अलग राह पकड़ ली है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि उनकी पार्टी बिहार में हो रहे सभी 24 सीटों पर एमएलसी का चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि हम जीतने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. दरअसल एनडीए की दो बड़ी सहयोगी बीजेपी और जदयू के बीच एमएलसी चुनाव को लेकर सीटों का बंटवारा पहले ही हो चुका है, जिससे मुकेश सहनी नाराज बताए जा रहे हैं.
मुकेश सहनी ने शुक्रवार को दिल्ली में बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद एमएलसी चुनाव को लेकर बड़ा फैसला ले लिया है. हालांकि मुकेश सहनी से नीतीश कुमार की क्या बातचीत हुई इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया है.मुकेश सहनी ने कहा कि एमएलसी चुनाव को लेकर हमारी मुख्यमंत्री जी से कोई बात नहीं हुई है. हम उनसे सरकार के बारे में बात करेंगे न कि सीटों के बारे में. मुकेश सहनी ने यूपी में बीजेपी के खिलाफ़ चुनाव मैदान में उतरने पर कहा कि हम हम किसी का विरोध क्यों करेंगे? हम अपना काम कर रहे हैं. यूपी में अलग लड़ने का बिहार में कोई असर नहीं पड़ेगा. सबकी अलग-अलग पार्टी है और अपनी-अपनी विचारधारा है. हम बिहार में गठबंधन में है बाकी जगह हम स्वतंत्र हैं.
मुकेश सहनी ने कहा कि अति पिछड़ा समाज का बड़ा तबका है पूरे भारत में है. उनकी समस्या को लेकर हम लड़ाई लड़ रहे हैं. इसमें किसी को तकलीफ नहीं होनी चाहिए.मुकेश सहनी ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बयान यूपी और बिहार के लोगों को लेकर दिये बयान पर कहा कि यह उनका राजनीतिक बयान है, लेकिन वो जो भी राजनीति कर रहे हैं वह सही नहीं है. इस तरह का बयान देकर वह क्या साबित करना चाहते हैं?