सिटी पोस्ट लाइव :मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने गुरुवार को नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ़) की घोषणा कर दी है. दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और जामिया मिल्लिया इस्लामिया को देश के शीर्ष दस विश्वविद्यालयों में जगह मिली है.रैंकिंग में पहला स्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइंस, बेंगलुरु का है. जेएनयू दूसरे और बीएचयू तीसरी रैंकिंग पर है.चौथे रैंकिंग पर अमृत विश्व विद्यापीठम कोयम्बटूर, पाँचवे पर जाधवपुर यूनिवर्सिटी कोलकाता, छठवें पर हैदराबाद यूनिवर्सिटी है.इसी तरह सातवी रैंकिंग पर कलकत्ता विश्वविद्यालय, आठवी रैंकिंग पर मनिपाल एकेडमी ऑफ़ हायर एजुकेशन, नौवें पर सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी पुणे और दसवीं रैंकिंग पर दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया है.
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने 10 कैटगरी में देश के टॉप 100 शिक्षण संस्थानों की सूची जारी की है. इसमें कहीं बिहार सरकार का कोई शिक्षण संस्थान शामिल नहीं है. हालांकि इस सूची में बिहार का पटना आईआईटी और एनआईटी शामिल है लेकिन दोनों केंद्र सरकार द्वारा संचालित संस्थान हैं. 2005 में बिहार में सत्ता में आने के बाद नीतीश कुमार ने तकनीकी और उच्च शिक्षा में सुधार के लिए अपने कुछ ड्रीम प्रोजेक्ट को लागू किया था. नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में पटना में चाणक्या नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी और चंद्रगुप्त इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट की स्थापना की गयी. बिहार सरकार ऐसे संस्थानों पर हर साल करोडो रूपये खर्च करती है. लेकिन केंद्र सरकार की ओर से जारी टॉप शिक्षण संस्थानों की सूची में नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट शामिल नहीं हैं.