इसबार सभी स्ट्रीम के टॉपर्स का फिजिकल वेरिफिकेशन एक्सपर्ट के द्वारा कराया गया है . पटना स्थित बोर्ड ऑफिस बुलाकर करीब 100 टॉपर्स का तीन दिनों तक वेरिफिकेशन किया गया. इसके अलावा बार कोडिंग के साथ साथ ओएमआर शीट पर परीक्षा ली गई. रिजल्ट तैयार होने के बावजूद 25 दिनों तक रिजल्ट की जांच पड़ताल की गई. इसके साथ ही एक्सपर्ट के द्वारा 3 फेज में कॉपियों की जांच कराई गई.
सिटी पोस्ट लाईव :बिहार बोर्ड आज शाम साढ़े चार बजे 12वीं इंटर का रिजल्ट जारी करने जा रहा है.दो बार हो चुके टॉपर्स स्कैम फिर से ना दुहराया जाए,इसबार हर तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए बोर्ड ने इसबार साल फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है. इसके लिए हर स्तर पर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. पिछले सालों में बोर्ड की गड़बड़ी के कारण बिहार बोर्ड और सरकार की काफी किरकिरी हुई थी. किसी विवाद को रोकने के लिए बिहार बोर्ड ने इस साल कई कदम उठाए हैं.बिहार बोर्ड के एक वरीय अधिकारी के अनुसार टॉपर्स के फिजिकल वेरिफिकेशन की वजह से ही इसबार रिजल्ट में थोडा बिलम्ब हुआ है.
दो दो बार टॉपर्स स्कैंडल हो जाने की वजह से इसबार सभी स्ट्रीम के टॉपर्स का फिजिकल वेरिफिकेशन एक्सपर्ट के द्वारा कराया गया है . पटना स्थित बोर्ड ऑफिस बुलाकर करीब 100 टॉपर्स का तीन दिनों तक वेरिफिकेशन किया गया. इसके अलावा बार कोडिंग के साथ साथ ओएमआर शीट पर परीक्षा ली गई. रिजल्ट तैयार होने के बावजूद 25 दिनों तक रिजल्ट की जांच पड़ताल की गई. इसके साथ ही एक्सपर्ट के द्वारा 3 फेज में कॉपियों की जांच कराई गई.बोर्ड का दावा है कि इसबार मीडिया की परीक्षा में टॉपर्स फे नहीं होगें.
इससे पहले परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों के जूते चप्पल और मोजे उतारे गए थे. पासिंग परसेंटज में बढ़ोतरी के लिए फेल विषयों में 10 फीसदी का ग्रेस मार्क्स देने का नियम लागू किया गया है.बिहार बोर्ड की इंटर परीक्षा 6 फरवरी से 16 फरवरी तक आयोजित की गई है. बिहार बोर्ड के 12वीं बोर्ड में इस साल 12 लाख 79 हजार 78 स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल हुए.सूत्रों के अनुसार इसबार पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा छात्र सफल हुए हैं.लेकिन फिर भी 45 फिसद के आसपास ही रिजल्ट हुआ है.