सिटी पोस्ट लाइव : आज 20 जुलाई से शुरू होने वाला बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के काफी हंगामेदार होने की उम्मीद है. गुरुवार को इस सत्र को लेकर बुलाई गई आरजेडी के विधायकों की बैठक में तेजस्वी यादव ने साफ़ कर दिया है कि इसबार कई मुद्दों को लेकर सरकार की घेराबंदी करने की तैयारी है.तेजस्वी यादव ने कहा कि कानून व्यवस्था ,महिलाओं के साथ होनेवाला अपराध में ईजाफा ,बाढ़-सूखा की तैयारी में कोताही और सरकार के विभिन्न घोटालों को लेकर विपक्ष सरकार से जबाब तलब करेगा.उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था , सूखा और शराबबंदी कानून में संशोधन जैसे मुद्दे को लेकर सरकार की घेराबंदी की जायेगी. बैठक में भाग लेने आये आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि सदन चलाने की जिम्मेदारी सत्ता पक्ष की है. विपक्ष का काम जनता के मुद्दों को उठाना है और ये काम हम पूरी तैयारी के साथ करेगें ..
आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा कानून व्यवस्था और महिलाओं की बढ़ती असुरक्षा और शराबबंदी है.भाई बिरेन्द्र ने कहा कि पुरे बिहार में बाढ़ और सूखे से तबाही मची है लेकिन सरकार सोई हुई है.सीमेंट की जगह मिटटी से बाँध बना दिए गए हैं. बारिश हुई नहीं और बाँध टूटने लगे हैं. सूखे की वजह से आजतक रोपनी यानी धान की बुवाई का काम शुरू नहीं हो सका है.उन्होंने कहा कि बिहार को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग के साथ साथ नीतीश कुमार के शुरू किए गए शराब बंदी कानून में संशोधन के बहाने घेरने की तैयारी पूरी कर ली गई है.
सरकार भी विपक्ष को जबाब देने की तैयारी में जुटी है.इसमे शक की कोई गुंजाइश नहीं कि कानून व्यवस्था के मुद्दे पर जबाब देना सरकार के लिए आसान काम नहीं होगा .सूखा से लेके शराब बंदी में सुधार जैसे मुद्दों पर विपक्ष को जबाब देने के लिए तैयार रहना होगा. जेडीयू-बीजेपी के नेताओं का कहना है कि जंगल राज चलाने वाले आरजेडी और उस राज को चलाने में सहयोग देनेवाली कांग्रेस को नीतीश सरकार को सवाल पूछने का अधिकार ही नहीं है. फिर भी अगर वो सवाल उठाते हैं तो जबाब देने की पूरी तैयारी है.
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