बोधगया के जयप्रकाश उद्यान के सौंदर्यीकरण के नाम पर बड़ा घोटाला, आरटीआई से हुआ खुलासा
सिटी पोस्ट लाइवः बोधगया के जयप्रकाश उद्यान के जीर्णोद्वार एवं सौन्दर्यीकरण के नाम पर बड़े घोटोले को अंजाम दिया गया है। भ्रष्टाचारियों के खुले खेल का खुलासा हुआ है। आरोप बेहद गंभीर हैं और आरोप लगाने वाले ने जिन दस्ताजों के दम पर यह आरोप लगाये हैं वो इस अंदेशे को पुख्ता करते हैं कि हां बड़ी गड़बड़ी हुई है। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के गया महागनगर के अध्यक्ष मुकेश चैधरी ने बताया कि बोधगया के जयप्रकाश उद्यान के सौन्दर्यीकरण एवं जीर्णोद्वार के नाम पर बड़ा घोटाला हुआ है। डीएफओ और रेंजर की मिलीभगत से इस घोटाले को अंजाम दिया गया है।
आरटीआई से मिली जानकारी इस बात को और पुख्ता करती है कि खेल कितना बड़ा है और कैसे इस बड़ी गड़बड़ी को अंजाम दिया गया है। दरअसल पार्क के सौन्दर्यीकरण के लिए जिन ईट् भट्ठो से ईटें मंगाने की बात कही गयी है और जिन भट्ठों का रसीद दिखाकर अपने जेबें भरी गयी है वो रसीद फर्जी है। ईट भट्टे के मालिकों ने भी कहा है कि न तो यह रसीद हमारी है और न हीं हमारे यहां से पार्क के लिए कोई ईट सप्लाई हुई है। यहां तक कि जिन वाहनों से ईटों की ढुलाई दिखायी गयी है उन वाहनों के नंबर भी फर्जी हैं। वहीं बोधगया नगर परिषद की चेयरमैन ममता देवी भी जयप्रकाश उद्यान के सौन्दर्यीकरण के नाम पर बड़ी गड़बड़ी का आरोप लगाती हैं।
उन्होंने कहा कि देश-विदेश से आए लोगों और स्थानीय लागों से काफी शिकायत मिल रही है। पार्क निर्माण के लिए काफी पैसा खर्च किया गया है लेकिन वो खर्च दिख नहीं रहा। सोलिंग के पुराने ईट और बालू को पार्क के निर्माण में इस्तेमाल किया जा रहा और सड़क किनारे से मिट्टी खोदकर पार्क के निर्माण में इस्तेमाल किया जा रहा है। बहरहाल यह गड़बड़ी बड़ी है, आरोप गंभीर हैं और आरटीआई से मिली जानकारी आरोपों को और पुख्ता करती है जाहिर है इस गड़बड़ी की जांच होनी चाहिए।