2 अगस्त तक हिरासत में भेजे गए भोला यादव, CBI छापेमारी में पटना के घर से दस्तावेज बरामद.

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सिटी पोस्ट लाइव:लालू यादव के हनुमान आरजेडी विधायक भोला यादव को CBI ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया.गौरतलब है कि सीबीआई की टीम ने भोला यादव के चार ठिकाने पर छापेमारी भी की है.खबर के अनुसार पटना में दो और दरभंगा के उनके दो ठिकानों पर छापेमारी हुई है.गौरतलब है कि भोला यादव पूर्व रेल मंत्री लालू यादव के OSD रह चुके हैं. भोला यादव के चार ठिकाने पर सीबीआई की छापेमारी लगभग आठ घंटे तक चली. इस दौरान सीबीआई की टीम ने वहां से बरामद दस्तावेज को कॉपी करने के लिए पास के ही एक दुकान से पोर्टेबल फोटो स्टेट मशीन मंगवाया और एक-एक दस्तावेज की फोटो कॉपी की.

खबर के अनुसार भोला यादव के घर ये छापेमारी जमीन के बदले नौकरी घोटाले मामले (Land For Job Scam) में हुई है.जांच एजेंसी सीबीआई ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) के करीबी और उनके रेल मंत्रित्वकाल के दौरान उनके ओएसडी (OSD) रहे भोला यादव (Bhola Yadav) को बुधवार को दिल्ली में गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने इस मामले में रेलवे कर्मचारी के तौर पर पटना के राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर कार्यरत हृदयानंद चौधरी को भी गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने दोनों को कोर्ट में पेश किया. सीबीआई ने इनकी 10 दिनों की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने दोनों को दो अगस्त तक के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया है.

छापेमारी के शामिल सीबीआई के दो सदस्य कारवाई के दौरान भोला यादव के ठिकाने से सीबीआई कार्यालय रवाना हो गए. जबकि चार सदस्य कारवाई पूरी होने के बाद भोला यादव के घर से मिले सबूतों से जुड़ी एक फाइल सीबीआई की टीम अपने साथ ले गई.दरअसल सीबीआई की टीम ने जिस मामले में बुधवार को यह कारवाई की है वो रेलवे भर्ती घोटाला मामले से जुड़ा हुआ है. वर्ष 2004 से 2009 के बीच जब लालू यादव रेल मंत्री थे तब भोला यादव उनके ओएसडी थे. आरोपों के अनुसार लालू यादव ने तब नौकरी लगवाने के बदले अभ्यर्थियों से जमीन और प्लॉट लिये थे. इस मामले में बीते 18 मई को सीबीआई ने लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव समेत अन्य लोगों के खिलाफ एफआईर दर्ज की थी. इसी साल मई में एक साथ 17 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. आरोप यह है कि रेलवे में ग्रुप डी में नौकरी के बदले पटना में प्रमुख संपत्तियों को लालू परिवार के सदस्यों को बेची या गिफ्ट में दी गई थी.

जमीन लेकर नौकरी देने के मामले (Land For Job Scam) में सीबीआई ने बुधवार को गोपालगंज (Gopalganj) निवासी रेलकर्मी हृदयानंद चौधरी को भी गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद हृदयानंद चौधरी को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे दो अगस्त तक के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया गया है. सीबीआई की पूछताछ पर देवेंद्र चौधरी ने दलील दी कि आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की बेटी हेमा यादव को हृदयानंद भावनात्मक बहन मानते रहे हैं. इसलिए उन्‍होंने उनके नाम जमीन गिफ्ट की थी.

हेमा यादव को गिफ्ट में दी गई प्रापर्टी कहां की है, कितने की है, कैसे हृदयानंद के पास इतनी प्रापर्टी आई, इन तमाम बिंदुओं पर सीबीआई ने गहनता से छानबीन की है. हृदयानंद चौधरी ने रेलवे में नौकरी के नाम पर लालू यादव की बेटी को जमीन दी थी. इस आरोप की जांच करने सीबीआई की टीम उनके घर पहुंची थी. बड़े भाई देवेंद्र चौधरी ने बताया कि हृदयानंद ने हेमा यादव को यह जमीन वर्ष 2017 में गिफ्ट की थी.

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