अब बिहार में कानून व्यवस्था की कमान संभालेगें बाहुबली विधायक

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष लगातार सरकार की घेराबंदी में लगा है .राज्य में हर रोज हो रही हिंसा, लूट ,हत्या और गैंगरेप की घटनाओं से सरकार की नींद उडी हुई है. इस बीच अब सत्ताधारी दल के बाहुबली विधायकों ने अपराधियों पर नकेल कसने का एलान कर दिया है. जेडीयू के गोपालगंज जिले के कोचायकोट से बाहुबली विधायक पप्पू पाण्डेय ने अपने जिले में अपराध पर लगाम लगाने की कमान अपने हाथ में ले लेने का एलान कर दिया है. बिहार के सबसे ताकतवर डॉन पप्पू पाण्डेय अब कानून व्यवस्था को अपने जिले में कुछ घंटों के अन्दर सुधार देने और अपराधियों पर लगाम लगा देने का दावा कर रहे हैं..आज पटना में अपने सरकारी निवास पर गरीब भोज का आयोजन करने के बाद पप्पू पाण्डेय अपने क्षेत्र में अपराध पर लगाम लगाने के लिए निकल जायेगें.गौरतलब है कि अपने ईलाके के लिए सबसे बड़े आतंक खुद पप्पू पाण्डेय हैं .खुद उन्हें पुलिस सुरक्षा पर भरोसा नहीं. अपनी सुरक्षा में सैकड़ों बंदूकधारी लेकर चलते हैं. चौबिसो घंटे बंदूकधारियों से घिरे रहते हैं.अब उनका दावा कि उनकी इसी ताकत से उनके जिले की कानून व्यवस्था सुधरेगी.वो खुद अपराधियों की नकेल कसेगें.2002  में पंचायत समिति के चुनाव से राजनीति में कदम रखनेवाले पप्पू पाण्डेय ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. पहलीबार निर्विरोध पंचायत समिति के सदस्य बने और निर्विरोध ही जिला पार्षद अध्यक्ष बन गए.2000 से 2006 तक लालू सरकार के जमाने में उनके हाईप्रोफाइल साले साधू यादव से लड़ने के कारण चर्चा में आये .200 5 में कोचायकोट विधान सभा से बीएसपी के टिकेट पर चुनाव जीते और  विधायक बन गए.लेकिन फिर 2005 में जब दुबारा चुनाव हुआ,जेल में रहते हुए भी चुनाव जीत गए. फिर क्या था इनकी तरफ जेडीयू की नजर गई .और इन्होने सत्ताधारी दल का दामन थाम लिया.2010 में जेडीयू के टिकेट पर चुनाव लड़े और फिर जीत गए.सैकड़ों गाड़ियों और बंदूकधारियों के साथ चलनेवाले पप्पू पाण्डेय के ईलाके में कुछ भी अच्छा बुरा इनकी मर्जी के खिलाफ नहीं हो सकता. वहां इनकी समानांतर सरकार चलती है. कोई भी बड़ा विवाद हो  फैसला यहीं करते हैं. एकबार ये जो फैसला ले लेते हैं कोई उसे मानने से इनकार नहीं कर सकता. ये जेल में रहें या बाहर पुरे जिले में इनकी दादागिरी चलती है. सैकड़ों हथियारबंद लोगों के साथ चलना इनका शौक है और अपने फैसले को मनवाना इनका जूनून है.आज तक इनके फैसले के खिलाफ कोई जाने की हिम्मत नहीं जुटा  पाया. आजतक जिला पार्षद के अध्यक्ष पद पर इनके परिवार का कब्ज़ा बरकरार है. इनके विधायक बंनने के बाद इनकी भाभी जिला परिषद् का निर्विरोध अध्यक्ष बन गयीं और अब इनका भतीजा इस पद पर कब्ज़ा जमाये हुए है. यानी जिले का कोई भी राजनीतिक पद हो, सबके ऊपर इनका कब्ज़ा बरकरार है. कोई इनके खिलाफ खड़ा होने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाया. अब ये अपनी इस ताकत के इस्तेमाल से जिले के अपराधियों पर लगाम लगाने का दावा कर रहे हैं.

Share This Article