सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले को सोमवार शाम को रोकने की कोशिश की गयी। भीड़ ने रोड ओपनिंग पॉयलट (आरओपी) वाहन के शीशे को भी तोड़ डाला, इस बीच हंगामे को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल निर्णय लेते हुए मुख्यमंत्री के रूट को बदलकर हेमंत सोरेन को सुरक्षित आवास पहुंचाया गया। इस हंगामे में एक ट्रैफिक इंस्पेक्टर घायल हो गये, जिन्हें इलाज के लिए रांची के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र में एक युवती की सिर कटी लाश मिली है। इस घटना के विरोध में और राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते आपराधिक मामले में खिलाफ सोमवार को शाम करीब साढ़े पांच बजे अचानक कुछ लोग अपने हाथों में तख्तियां लेकर किशोरगंज चौक के निकट आ गये। इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला प्रोजेक्ट भवन सचिवालय से कांके रोड स्थित आवास लौट रहे थे। मुख्यमंत्री को काफिले के सबसे आगे चल रही रोड ओपलिंग पॉयलट वैन को भीड़ ने रोक दिया। इस दौरान एक ट्रैफिक इंस्पेक्टर नवल किशोर प्रसाद भी घायल हो गये। बाद में इन्हें एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच हंगामे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री के काफिले में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल फैसला लेते हुए रूट को डायवर्ट करते हुए बड़ा तालाब और सेवा सदन होते हुए हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री आवास पहुंचाया।
इधर, हंगामा कर रहे लोगों ने कई वाहनों को अपना निशाना बनाया। एक महिला वार्ड पार्षद के नेतृत्व में कुछ महिलाएं हाथों में लाठी लेकर रास्ते में आने जाने वाले लोगों को अपना निशाना बना रही थी। इसी वक्त राजस्व पार्षद के सचिव का वाहन भी गुजर रहा था , उन्हें कुछ मीडियाकर्मियों ने सलाह दी कि वे वाहन से उतर जाये और बोर्ड को ढक दें, उनके चालक ने तत्काल ऐसा ही किया। इस दौरान पूरे इलाके में अफरा-तफरी की स्थिति मच गयी। बाद में वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचे और आवागमन को सामान्य कराने में सफलता हासिल की। घटना की सूचना मिलते ही रांची के एसएसपी समेत अन्य वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस की ओर से सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हंगामा करने वाले लोगों को चिह्नित करने की कार्रवाई की जा रही है। सभी के खिलाफ पुलिस की ओर से सरकारी थाने में बाधा डालने और एक ट्रैफिक इंस्पेक्टर को जान से मारने की कोशिश का मामला दर्ज किये जाने की बात कही गयी है।
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