सिटी पोस्ट लाइव : जिस मिथिला पेंटिंग कलाकारों की बदौलत बिहार के मधुबनी रेलवे स्टेशन को देश का दूसरा सबसे सुंदर रेलवे स्टेशन का दर्जा मिला है, उन्हीं कलाकारों के साथ रेलवे ने छलावा कर दिया है. महीनों दिन रात काम कर रेलवे स्टेशन पर 18 हजार स्क्वायर फीट मधुबनी पेंटिंग बनाने वाले मधुबनी के गरीब कलाकारों को आजतक रेलवे ने भुगतान ही नहीं किया है.रेलवे पूरे देश में मधुबनी पेंटिंग के जरिये मधुबनी रेलवे स्टेशन को देश का दूसरा सबसे खूबसूरत रेलवे स्टेशन बनाने के लिए वाहवाही लूट रहा है लेकिन इसमे अहम्अ योगदान देने वाले कलाकारों को आजतक मेहनताना ही नहीं दिया है.इतना ही नहीं रेलवे ने ये कहकर उनका मेहनताना हड़प लेने की कोशिश की है कि कलाकारों ने वगैर मेहनताना के काम किया है. जैसे ही कलाकारों को यह पता चला कि रेलवे अब कभी उन्हें भुगतान नहीं करनेवाला, सैकड़ों मधुबनी पेंटिंग के कलाकार सड़क पर उतर गए हैं.
मधुबनी पेंटिंग के सैकड़ों कलाकार मधुबनी स्टेशन सोमवार की सुबह पहुँच गए. रेलवे अधिकारियों से अपने मेहनताना की मांग की. जब कोई जबाब नहीं मिला, तो स्टेशन पर रेल पटरी पर बैठ गए. मधुबनी रेलवे स्टेशन से ट्रेनों को आगे बढ़ने से रोक दिया .लगभग 122 कलाकारों ने दिन रात मेहनत करके इस रेलवे स्टेशन की सूरत बदल दी .लेकिन जैसे ही उन्हें पता चला कि रेलवे ने उनका मेहनताना ये कहकर हड़प लिया है कि उन्होंने फ्री काम किया है ,वो स्टेशन पहुँच गए .मधुबनी पेंटिंग के कलाकार राम अयोध्या झा ने कहा कि यहाँ सैकड़ों कलाकारों का घर पेंटिंग से मिलने वाले मजदूरी से ही चलता है. रेलवे ने महीने में एकबार पेमेंट का आश्वासन देकर कई महीनों तक उनसे काम करवा लिया. अब रेलवे कह रहा है कि कोई मेहनताना तय नहीं हुआ.
मधुबनी से आलोक कुमार की रिपोर्ट