सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में कोरोना का संक्रमण बेलगाम हो गया है.सरकारी और निजी किसी भी अस्पताल में अब नए मरीजों के लिए जगह नहीं है. जो लोग अस्पताल में भर्ती हो भी गए हैं, उन्हें कोरोना के ईलाज में काम आनेवाली दवाइयाँ नहीं मिल रही हैं. सबसे ज्यदा किल्लत एंटी वायरल वैक्सीन इंजेक्शन Remdesivir की है. ये इंजेक्शन न तो अस्पतालों में उपलब्ध हैं और ना ही बाज़ार में. जो मरीज निजी अस्पतालों में भर्ती हैं, उनके परिजनों से इस इंजेक्शन की व्यवस्था करने के लिए कहा जा रहा है. परिजन परेशान हैं क्योंकि ये दवा बाज़ार में मिल नहीं रही है.
कोविड-19 का ईलाज कर रहे पारस हॉस्पिटल के क्षेत्रीय निदेशक तलत कहते हैं” सबसे ज्यादा जरुरी ईलाज में एंटी वायरल वैक्सीन Remdesivir की है. यह मेडिसिन बाज़ार में मिल नहीं रही है. सरकार से स्टॉक उपलब्ध कराने के लिए कहा है लेकिन अभीतक सरकार उपलब्ध नहीं करा पाई है.”जब पारस जैसे बड़े अस्पताल में एंटी-वायरल मेडिसिन की किल्लत है, ऐसे में साधारण छोटे अस्प्तालोंमे क्या हाल होगा सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है.
गौरतलब है कि पहले ऐसी ख़बरें भी आ चुकी हैं कि तीन हजार का यह Remdesivir इंजेक्शन 30 हजार रुपये में ब्लैक में बिक रहा है.अब तो ब्लैक में भी नहीं मिल रहा. जाहिर है इस वैक्सीन की अनुपलब्धता से कोरोना मरीजों की जान सांसत में आ गई है.