सिटी पोस्ट लाइव :पश्चिम बंगाल के विधान सभा चुनाव की तारीखों का एलान हो गया है.आठ चरण में होने वाले चुनाव को लेकर बवाल मच गया है.रजनीतिक दल फायदे-नुकसान के गुणा-भाग में जुट गए हैं.सबसे खास बात ये है कि बीजेपी जिस दक्षिण बंगाल और जंगलमहाल के इलाके में मजबूत है वहां तो लगभग एक साथ चुनाव हो रहे हैं. जिन जिलों में तृणमूल मजबूत है वहां सीटों को कई चरणों में बांट दिया गया है. चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ममता ने कहा कि एक ही जिले में दो चरणों में चुनाव कराने की कोई जरूरत नहीं थी.
दक्षिण बंगाल में पुरुलिया, बांकुड़ा, प. मेदिनीपुर व पू. मेदिनीपुर जिले आते हैं। यहां पहले-दूसरे चरण में चुनाव होने हैं. शुभेंदु अधिकारी के आने से भाजपा इसी इलाके में मजबूत हुई है. छठे चरण में 43 सीटों पर मतदान 22 अप्रैल को होना है और रामनवमी 21 अप्रैल को है.टीएमसी नेताओं का कहना है कि ऐसा जानबूझकर किया गया है. इस चरण में नदिया, बर्धमान, नॉर्थ 24 परगना के कुछ हिस्सों और उत्तर दिनाजपुर जिले की सीटों पर चुनाव होगा. यहां तृणमूल की पकड़ मानी जाती रही है. मुर्शिदाबाद, मालदा, हावड़ा, हुगली और साउथ 24 परगना जिलों की सीटों को अलग चरणों में बांटने का भी टीएमसी ने विरोध किया है.