सिटी पोस्ट लाइव : इसबार का विधान सभा चुनाव तेजस्वी यादव के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है. लेकिन ये भी सच है कि चुनावी साल में RJD की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक तरफ पार्टी के पांच विधान पार्षदों ने पार्टी छोड़ दी है तो दूसरी तरफ रघुवंश प्रसाद जैसे कद्दावर नेता ने पार्टी के पद से इस्तीफा दे दिया है. अब सारण इलाके में पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व एमएलसी भोला राय के समर्थक भी पार्टी आलाकमान से आर पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं.वैशाली के बिदुपुर में बैठक कर RJD के पूर्व विधान परिषद सदस्य और लालू प्रसाद के बेहद करीबी रहे भोला भोला राय को एमएलसी का उम्मीदवार नहीं बनाए जाने पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने आलाकमान को सबक सिखाने का ऐलान किया है.
धबौली में हुई पार्टी कार्यकर्ताओं की एक अहम बैठक में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए. इस अवसर पर पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे भोला राय के समर्थकों ने साफ तौर पर कहा कि यदि प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भोला राय को एमएलसी का उम्मीदवार नहीं बनाते हैं तो आने वाले चुनाव में पार्टी आलाकमान को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. कार्यकर्ताओं का यहां तक कहना है कि यदि भोला राय को सम्मान नहीं मिला तब राघोपुर में होने वाले विधानसभा चुनाव में भोला राय के समर्थक चुनाव मैदान में अपना उम्मीदवार करने से भी नहीं चूकेंगे और इसका सीधा नुकसान तेजस्वी यादव को होगा.
गौरतलब है कि भोला राय को एमएलसी का उम्मीदवार बनाने की मांग को लेकर एक दिन पहले भी भोला यादव के समर्थकों ने राबडी देबी के घर के बाहर प्रदर्शन और हंगामा किया था. लेकिन तेजस्वी यादव नहीं मिले. दुसरे दिन तेजस्वी यादव ने पार्टी के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान भी कर दिया. लेकिन अब उनको सबक सिखने के लिए भोला यादव के समर्थक जी-जान से जुट गए हैं. सोमवार को भी भोला राय के हाजीपुर पोखरा मोहल्ला स्थित आवास पर पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक हुई थी जिसमें स्वयं भोला राय भी उपस्थित थे. भोला राय ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पार्टी आलाकमान उन्हें विधान परिषद का उम्मीदवार बनाएगी लेकिन जब उनसे पूछा गया क्या इस संबंध में पार्टी आलाकमान से आपकी बात हुई है इस पर उन्होंने कहा कि अभी तक किसी से बात नही हुई है.
भोला राय की बातों में साफ तौर पर पार्टी आलम कमान के खिलाफ नाराजगी दिखी उधर पार्टी कार्यकर्ताओं का नेतृत्व कर रहे पार्टी के प्रदेश महासचिव राजीव रंजन ने भी तल्ख तेवर अख्तियार करते हुए पार्टी आलाकमान को चेतावनी दी है. राजीव रंजन का कहना है कि भोला राय 30 सालों से अधिक समय तक राजद के साथ रहते आ रहे हैं और उनके नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ता RJD का झंडा ढो रहे हैं. राजीव रंजन ने यहां तक कहा कि RJD को खड़ा करने में भोला राय की अहम भूमिका रही है ऐसे में भोला राय की उपेक्षा पार्टी को महंगा पड़ेगा.
गौरतलब है कि एक समय था जब भोला राय पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद के बेहद करीबी और विश्वासपात्र माने जाते थे. लेकिन हाल के दिनों में पार्टी के नाराज नेताओं के गुट में भोला राय शामिल हो गए हैं. जो भोला यादव कलतक लालू यादव की ताकत थे अब उनके बेटे तेजस्वी यादव के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं.भोला यादव की नाराजगी से तेजस्वी यादव की चुनाव में मुश्किलें बढ़ सकती हैं.गौरतलब है कि तेजप्रताप यादव के खिलाफ उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय को चुनाव लड़ाने की तैयारी चल रही है.दोनों भाइयों को चुनाव हारने के लिए सत्ता पक्ष कोई कोर कसर नहीं छोड़ने वाला है. ऐसे में उसे अगर RJD के नाराज लोगों का साथ मिल गया तो निश्चितरूप से दोनों भाइयों की चुनौती चुनाव में अभूत बढ़ जायेगी.