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 12 जुलाई को पटना आएंगे अमित शाह, नीतीश से होगी अहम मुलाकात

अमित शाह और नीतीश कुमार की मुलाकात में सीट शेयरिंग को लेकर बात हो सकती है

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सिटी पोस्ट लाईव ; ‘समर्थन के लिए संपर्क’ अभियान के तहत बीजेपी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अमित शाह 12 जुलाई को बिहार की राजधानी पटना में रहेगें. अमित शाह  पटना आएंगे और बीजेपी के साथ एनडीए के घटक दलों के नेताओं से मिलेंगे. राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के 12 जुलाई के आगमन को लेकर अभी से बिहार की राजनीति गरमा गई है. सबसे ख़ास बात ये है कि अपनी इस यात्रा के दौरान अमित शाह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर आगामी लोक सभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा करेगें. अमित शाह और नीतीश कुमार की मुलाकात में सीट शेयरिंग को लेकर बात हो सकती है.गौरतलब है कि चुनावी चहरे और सीटों के बटवारे को लेकर बीजेपी और जेडीयू के बीच लगातार जुबानी जंग चल रही है.उम्मीद है कि अमित शाह के नीतीश कुमार के साथ बैठक के बाद कोई रास्ता निकल जाएगा .

अमित शाह के दौरे को लेकर प्रदेश भाजपा ने अपने स्तर से तैयारी शुरू कर दी है. अमित शाह सरकार और संगठन के बारे में पार्टी नेताओं से बातचीत करेगें . प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक करने के अलावा कार्यकर्ताओं से भी मिलेंगे. प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय व संगठन महामंत्री नागेन्द्रजी के अलावा भाजपा कोर कमेटी के साथ भी उनकी अहम बैठक होगी. वे पार्टी पदाधिकारियों को सौंपे टास्क का लेखा-जोखा भी लेंगे.अमित शाह के दौरे को आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है. शाह एक दिन के प्रवास पर पटना आएंगे लेकिन कई महत्वपूर्ण काम निबटा कर जायेगें . फिलहाल उनके रात्रि विश्राम की योजना नहीं हैं, लेकिन इसके लिए वैकल्पिक तैयारी रखी गयी है. इस समय राष्ट्रीय अध्यक्ष विभिन्न राज्यों में एक-एक दिन का प्रवास कर रहे हैं. पार्टी इस समय मिशन 2019 में जुटी है.

शाह के बिहार दौरा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. खासकर तब जबकि लोकसभा चुनाव नजदीक है और एनडीए के सहयोगी दलों में सीटों को लेकर अंदरखाने तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं. जदयू के एनडीए में आने के बाद लोकसभा सीटों के बंटवारे को नए सिरे से अंतिम रुप देना भी बीजेपी के लिए कठिन टास्क है. पिछली बार बीजेपी ने 30 जबकि एलजेपी ने 7 और आरएलएसपी ने 3 सीटों पर चुनाव लड़ा था. अब जेडीयू भी एनडीए में शामिल है. ऐसे में कौन अपना सिटिंग सीट जेडीयू के लिए छोड़ेगा,ये अहम् सवाल है. जेडीयू बीजेपी से ज्यदा सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रहा है,इसलिए सीट शेयरिंग बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. एमी शाह इस विवाद को सुलझाने के साथ साथ संगठन को और धार देने और इसके विस्तार का टास्क पार्टी पदाधिकारियों को सौंपेंगे. साथ ही गठबंधन को और मजबूत बनाने को लेकर भी विचार-विमर्श करेंगे.

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