सिटी पोस्ट लाइव : मधुबनी जिला को शांत जिला कहा जाता है, लेकिन ना जाने किसकी नजर लग गई जब होली के दिन बेनीपट्टी के महमदपुर गाँव में दिन दहाड़े छः लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग कर पाँच लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया एवं एक की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। मृतकों में तीन सहोदर भाई है। छोटे-छोटे बच्चे से पिता का साया छीन लिया गया। बताया जा रहा है की घटनास्थल पर आठ खोखे, दो बाइक, लोहे का रॉड एवं मोबाईल की भी पुलिस द्वारा बरामदगी की गई है। परिवार के लोगों के अनुसार प्रवीण झा ने मामूली कहा सुनी पर अपने समर्थकों के साथ इस हत्याकांड को अंजाम दिया, और फरार हो गया।
सूत्रों की माने तो लगभग 25राउंड से अधिक फायरिंग की गई थी।
इस बर्बरतापूर्ण घटना को कोई इसे मछली मारने का विवाद बता रहा है, तो कोई जमीनी विवाद एवं कोई वर्चस्व की लड़ाई बता रहा है। खैर यह तो जांच का विषय है। लेकिन इस तरह की हृदय विदारक घटना मधुबनी में कभी नहीं घटी थी। लोग इसे वीभत्स नरसंहार बता रहे है। परिवार के लोग पुलिस की अकर्मण्यता एवं सुशासन की सरकार पर सवाल खड़ा कर रहे है, कई आरोप लगा रहे है। इसे लेकर राजनीतिक गलियारे में हलचल तेज हो गई है। विपक्ष के नेताओं द्वारा नीतीश सरकार की जमकर आलोचना की जा रही है। सत्तारूढ़ दल के नेता एवं विपक्षी दल के नेता बेनीपट्टी के महमदपुर गाँव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिल रहे है, और घटना की जानकारी लेकर सांत्वना दे रहे है।
इसी कड़ी में आज बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपनी सात सदस्यों वाली जांच कमिटी एवं करीब आधे दर्जन भर विधायक के साथ बेनीपट्टी प्रखंड के महमदपुर गाँव पहुंचे। वहाँ पहुंचते ही तेजस्वी यादव ने पीड़ित परिवार के सदस्यों ने अपना दर्द नेताओ से साझा किया, एवं पूरे मामले की जानकरी देते हुऐ अपनी परेशानी बताई और न्याय की माँग की। नाता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सबकी बातें ध्यान से सुनी। लोगों ने शिकायत की कि आईजी बेनीपट्टी थाना पर तो आए लेकिन पीड़ितों से मिले बिना ही चले गए। पीड़ित परिवार की व्यथा सुनने के बाद तेजस्वी ने कहा कि अपराधियों की कोई जाति नहीं होती, जिन अपराधियों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है, उन्हें पाताल से भी ढूंढ निकाला जाएगा और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की पूरी कोशिश करूंगा। हमारे तरफ से जो भी सहायता होगी, जरूर मदद की जाएगी।
वही पीड़ित परिवार के मुखिया (मारे गए लोगों के पिताजी)की व्यथा सुनने के बाद उन्होंने ने भी पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद करने की बात कही और नीतीश सरकार पर हमला करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा की अगर सरकार समय रहते चैत जाती, तो मधुबनी मे नरसंहार की इस तरह की घटना नही होती। सरकारी तन्त्र को सोचना ही होगा की चूक कहा हो गई! सरकार को पीड़ित परिवार के घाव को तुरंत हर संभव मदद करके भरना होगा एवं कोशिश करनी होगी की आगे से इस तरह की घटना की पुनरावृति नहीं हो। हालांकि अब पुलिस भी हरकत में आ रही है, आरोपी पर कानून सम्मत कार्रवाई में जुट गई है। इस मौके पर जिले ही नहीं अन्य कई जगहों से राजद के तामाम बड़े-छोटे नेताजी लोग मौजूद रहे।
मधुबनी से सुमित कुमार की रिपोर्ट
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