सिटी पोस्ट लाइव : रांची में चारा घोटाले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व सीएम और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने नियुक्ति घोटाले में आरोपी को शिक्षा मंत्री पद दिये जाने को लेकर CM नीतीश कुमार और बीजेपी पर हमला बोला है।
लालू ने ट्वीट कर लिखा कि विडंबना देखिए जो भाजपाई कल तक मेवालाल को खोज रहे थे आज मेवा मिलने पर मौन धारण किए हैं।लालू यहीं नहीं रूके उन्होंने लिखा कि तेजस्वी जहां पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10 लाख नौकरियां देने को प्रतिबद्ध थे वहीं नीतीश ने पहली कैबिनेट में नियुक्ति घोटाला करने वाले मेवालाल को मंत्री बना अपनी प्राथमिकता बता दिया।
तेजस्वी जहाँ पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10 लाख नौकरियाँ देने को प्रतिबद्ध था वहीं नीतीश ने पहली कैबिनेट में नियुक्ति घोटाला करने वाले मेवालाल को मंत्री बना अपनी प्राथमिकता बता दिया।
विडंबना देखिए जो भाजपाई कल तक मेवालाल को खोज रहे थे आज मेवा मिलने पर मौन धारण किए हैं। https://t.co/armjAXpwR4
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 18, 2020
इससे पहले महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि, भ्रष्टाचार के अनेक मामलों में भगोड़े आरोपी को शिक्षा मंत्री बना दिया।अल्पसंख्यक समुदायों में से किसी को भी मंत्री नहीं बनाया।सत्ता संरक्षित अपराधियों की मौज है। रिकॉर्डतोड़ अपराध की बहार है। कुर्सी की ख़ातिर Crime, Corruption और Communalism पर मुख्यमंत्री जी प्रवचन जारी रखेंगे।
वहीं एक और ट्वीट में तेजस्वी यादव ने कहा कि तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति और भवन निर्माण में भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों में IPC 409,420,467, 468,471 और 120B के तहत आरोपी मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाकर क्या भ्रष्टाचार करने का ईनाम एवं लूटने की खुली छूट प्रदान की है?’
बता दें कि मुंगेर के तारापुर विधानसभा सीट से जीतकर आए जेडीयू नेता को जब शिक्षा मंत्री बनाया गया तो एक बार फिर ये मामला गरमा गया है। तमाम विपक्षी दल इसे मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। सीपीआई एमएल के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने भी कहा कि यदि मेवालाल चौधरी को मंत्रिमंडल से अविलंब बर्खास्त नहीं किया गया तो पार्टी धारावाहिक आंदोलन में उतरेगी। राज्य कमेटी की बैठक में उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति को शिक्षा विभाग दिया गया है, जो कृषि विश्वविद्यालय में गड़बड़ी को लेकर कभी खुद सीएम द्वारा ही पार्टी से निकाला गया था।
वहीं आरजेडी ने भी इसे मुद्दा बना लिया है। आरजेडी ने ट्वीट कर कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपी और @NitishKumar के नवरत्न नए शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी पर उनकी पत्नी की संदेहास्पद मौत का भी आरोप है। जब मीडिया ने सवाल किया तो उनका पीए धमकाने लगा। एनडीए की गुंडागर्दी चालू है, महाजंगलराज के दिल्ली वाले महाराजा मौन हैं।
इसके अलावा पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने मंत्री मेवालाल चौधरी की पत्नी की मौत के मामले में उनसे पूछताछ की मांग की है। इसके लिए उन्होंने डीजीपी एसके सिंघल को पत्र लिखा है। वर्ष 1994 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी रहे श्री दास ने पत्र में लिखा है कि श्री चौधरी की पत्नी नीता चौधरी की जलने से मौत हो गई थी। मुझे सूचना है कि इसके पीछे राजनीतिक षड्यंत्र है। डीजीपी से अनुरोध किया है कि इस मामले में एसआईटी गठित कर मंत्री से पूछताछ की जाए।
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