सिटी पोस्ट लाइव :कम उम्र में पहलीबार बिहार विधानसभा के अध्यक्ष बने विजय कुमार सिन्हा सदन के अंदर बजट सत्र में छा गए हैं.जिस तरह से वो सदन का संचालन कर रहे हैं, उससे सत्ता पक्ष ही नहीं बल्कि विपक्ष भी काफी संतुष्ट है.वो किसी पार्टी के नेता नहीं बल्कि एक निष्पक्ष आसन की भूमिका में लगातार नजर आ रहे हैं. चालू सत्र में नए अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा का सदन चलाने के अंदाज से न सिर्फ सत्ता पक्ष बल्कि विपक्ष भी तारीफ कर रहा.
सदन में शोर-शराबे के बाद भी सदन को जिस तरह से बिना स्थगित किये ही बेहतर तरीके से वो संचालित कर रहे हैं, उसकी सभी तारीफ़ कर रहे हैं. बात चाहे विधानसभा के सदस्यों के विषेधाधिकार का हो या फिर सरकार की तरफ से जवाब देने का, वो सबका बखूबी ख्याल रखते हैं. विधानसभा अध्यक्ष का जो आक्रामक अंदाज है, वह सबको पसंद आ रहा है.सत्ता और विपक्ष के सदस्यों का मानना है सदन चलाने का यह अंदाज बहुत दिनों बाद देखने को मिल रहा है.
प्रश्नकाल ,शून्यकाल निर्बाध ढंग से वर्षों बाद चल रहा है.सदस्यों का मानना है यह विधानसभा अध्यक्ष के सख्त मिजाज के वजह से सम्भव हो रहा है. जिस सख्ती के साथ वे गलती रहने पर विपक्ष को सिख देते हुए हड़काते हैं उसी अंदाज में पक्ष के विधायक और मंत्री को फटकार लगाते हैं.
गौरतलब है कि विधानसभा अध्यक्ष ने ऐतिहासिक तौर पर ऑनलाइन जवाब उपलब्ध करवाने का सिलसिला शुरू किया है.इससे सदस्यों को पूरक पूछने में आसानी होती है और सवाल का समुचित जवाब मिल जाता है.विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा हर दिन भोजनावकाश से ठीक पहले सदन में यह बताना नहीं भूलते कि किस विभाग से कितने फीसदी जवाब ऑनलाइन मिले हैं.
बिहार विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने डीजीपी और मुख्य सचिव को बुलाकार स्पष्ट कर दिया था कि विधायकों के सवाल का जवाब समय से पहले विस सचिवालय को मिलनी चाहिए. जो विभाग ऐसा नहीं करेंगे उन अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करें. अध्यक्ष के इस फऱमान का असर भी दिख रहा और सभी विभाग समय से जवाब विस सचिवालय भेज रहे हैं.