सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानसभा चुनाव की वोटिंग के बाद अब एग्जिट पोल की बारी है। 10 नवंबर यानि नतीजों के आने तक एक्जिट पोल से सरकार बनेगी और बिगड़ेगी। 10 के नतीजे ही तय करेंगे का आखिर किसकी सरकार बनेगी। पर अभी एग्जिट पोल का हाल जानिए।
तो आइए हम आपको बताते हैं एबीपी सी-वोटर के एग्जिट पोल के बारे में। इस एक्जिट पोल में एनडीए और महागठबंधन में सीधा और कड़ा मुकाबला बताया गया है। वोट प्रतिशत में एनडीए को महागठबंधन पर हल्की सी बढ़त मिली है। लेकिन सीटों के मामले में उल्टा हुआ है। महागठबंधन को एनडीए से ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं। लालू की आरजेडी सबसे बड़े दल के रूप में उभर रही है।
एनडीए को 104 से 128 सीटें मिल रही हैं। जबकि महागठबंधन को 108 से 131 सीटें मिल रही हैं। एलजेपी का कोई असर नहीं दिखाई दिया है। एलजेपी को 1 से 3 सीटें ही मिल सकती हैं। वहीं अन्य को 4 से 8 सीटें मिलती दिख रही हैं।एनडीए और महागठबंधन में शामिल दलों की अलग अलग बात करें तो सबसे बड़ी पार्टी के रूप में लालू की आरजेडी सामने आ रही है। उसे अकेले 81 से 89 सीटें मिल रही हैं। उसके बाद बीजेपी को 66 से 74 और जेडीयू को 38 से 46 सीटें मिलती दिख रही हैं। कांग्रेस को 21 से 29 सीटें मिल सकती हैं। एनडीए में शामिल वीआईपी और हम पार्टी को केवल 4 सीटें मिल सकती हैं। इसी तरह महागठबंधन में शामिल लेफ्ट को 6 से 13 सीटें मिल सकती हैं। एनडीए यानी नीतीश कुमार को 37.7 फीसदी वोट मिले हैं। लालू की पार्टी को 36 फीसदी से थोड़े ज्यादा वोट मिले हैं।
एबीपी-सी वोटर एक्जिट पोल का आंकड़ा —
जेडीयू+ 104-128
आरजेडी+ 108-131
एलजेपी 1-3
अन्य 4-8
क्षेत्रवार बात करें तो सीमांचल में 12 से 15 सीटों के साथ आरजेडी बढ़त बनाए हुए है। वहीं नीतीश गठबंधन को 8 से 12 सीटें मिल सकती हैं। चिराग पासवान यहां कोई कमाल करते नहीं दिख रहे हैं। उन्हें 0 से 1 सीट मिलने का अनुमान है।अंगप्रदेश की बात करें तो वहां तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 13 से 17 सीटें तो नीतीश कुमार की अगुवाई वाले एनडीए को 10 से 14 सीटें मिलती दिख रही हैं। अन्य के खाते में 0 से 1 सीट आ सकती है।
बिहार के तीसरे रीजन यानी मिथिलांचल में भी एनडीए पीछे चल रहा है। यहां महागठबंधन की हवा दिखाई दे रही है। इस रीज़न में भी छोटी पार्टियों का कोई असर नज़र नहीं आ रहा है। मिथिलांचल में नीतीश 21-25, लालू 25-28, पासवान 0-2 और अन्य 0-1 सीट मिल रही है।मगध-भोजपुर रीज़न में भी महागठबंधन आगे है। यहां एनडीए को 28-36 और महागठबंधन को 31-38 सीटें मिल रही हैं। एलजेपी का खाता भी नहीं खुल रहा है। अन्य को 0-3 सीटें मिल सकती हैं।उत्तर बिहार में बराबरी की लड़ाई दिख रही है। यहां एनडीए को 27-31 और महागठबंधन को 29-33 सीटें मिलती दिख रही है। लोजपा का जीरो और अन्य को 2-4 सीटें मिल सकती हैं।
महाठबंधन के साथ लड़ रही लेफ्ट पार्टियों को इस बार 6-13 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है। एनडीए के गठबंधन में चुनाव लड़ रही मांझी की पार्टी को 0-4 सीटों पर जीत मिल सकती है, जबकि वीआईपी भी 0-4 सीटें ही लाती दिख रही है।15 साल से बिहार के मुख्यमंत्री पद पर काबिज़ नीतीश कुमार एग्ज़िट पोल में अपनी पार्टी जेडीयू को 38-46 सीटें दिलवाते दिख रहे हैं। एनडीए गठबंधन में जेडीयू ने इस बार 115 सीटों पर चुनाव लड़ा है। वहीं कांग्रेस पार्टी को इस बार एग्ज़िट पोल में 21-29 सीटें मिलती दिख रही हैं। बता दें कि कांग्रेस ने बिहार में 70 सीटों पर चुनाव लड़ा है।
एबीपी सी वोटर एग्ज़िट पोल में बिहार में तेजस्वी यादव की लहर नज़र आई है। आरजेडी ने इस बार के चुनाव में 144 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें से उन्हें सबसे ज्यादा 81 से 89 सीटें मिलती नज़र आ रही हैं। आरजेडी के बाद बिहार में सबसे ज्यादा सीटें भारतीय जनता पार्टी को मिलती दिख रही हैं। इस चुनाव में बीजेपी को 66-74 सीटें मिलती दिख रही हैं। बीजेपी ने इस बार 110 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।बिहार में NDA-UPA में कांटे की टक्कर है। वोट प्रतिशत की बात करें तो एनडीए को 37.7%, महागठबंधन को 36.3%, लोजपा को 8.5% और अन्य को 17.5% वोट मिलता दिख रहा है।