सिटी पोस्ट लाइव : अगर तीसरी कक्षा का छात्र 10 वीं कक्षा के छात्रों को गणित पढ़ाये तो इसे आप क्या कहेगें? एक ऐसा ही छात्र पटना जिले के मसौढ़ी के नदवा चपौर गांव में है.तीदरी कक्षा में पढ़ने वाला बॉबी राज दसवीं तक के छात्रों को पढ़ाता है. बॉबी को मैथमेटिक्स का फॉर्मूला ऐसा कंठस्थ है कि लोग दांतों तले अपनी उंगली दबा लेने को मजबूर हो जाते हैं. बॉबी को गणित का जादूगर कहा जा रहा है. इसकी प्रतिभा की चमक अब इतनी फैल रही है कि बॉबी की मैथमेटिक्स के मैजिसियन की जिंदगी का फॉर्मूला ही बदल दिया है.
दरअसल, बॉबी पढ़ता तो तीसरी क्लास में है, लेकिन दसवीं तक की फॉर्मूला आसानी से लिख देता है. इतना ही नहीं गणित का कठिन से कठिन प्रश्न भी सॉल्व कर देता है.सबसे खास बात यह है कि अपनी प्रतिभा को वह स्वयं तक ही सीमित नहीं रखता है, बल्कि अपने से बड़े और ऊंची कक्षा के छात्रों को भी बताता है, पढ़ाता है और उनको फॉर्मूला याद करवाता है. बॉबी से पढ़नेवाले छात्र भी गर्व से यह कहते हैं कि ये हमारे शिक्षक हैं जो मैथ के फार्मूलों को चुटकियों में बता देते हैं.बच्चे कहते हैं- हम इनसे सरलता से सीख लेते हैं. हमें यह नहीं लगता है कि यह बच्चा हमें पढ़ा रहा है, बल्कि हमें यह लगता है कि शिक्षा सबसे ऊंचा होता है और शिक्षा देने वाले गुरु कहलाते हैं, तो यह हमारे गुरु हैं और हमें पढ़ा रहे हैं.
बॉबी के पिता राजकुमार महतो वित्त रहित शिक्षक हैं और अपना स्कूल बॉबी के नाम से चलाते हैं. यहां हॉस्टल की व्यवस्था हैं, जिसमें हर एक बच्चा इनसे और इनके बच्चे बॉबी से पढ़कर आगे बढ़ रहा है. बॉबी से मिलनेवाला हर आम और खास लोग यह महसूस करते हैं कि मैथमेटिक्स तो बॉबी की उंगलियों में समाहित है और हर फॉर्मूला कॉपी में हर सवाल का हल निकाल देती है.